3 दिन से लापता एकजोत कौर का सुराग लगाने मेें पुलिस नाकाम
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पुलिस अधीक्षक का तानाशाही रवैया 4 घंटे धरने-प्रदर्शन के बाद सुनी परिजनों की बात
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भारतीय पत्रकार कल्याण मंच व अन्य समाजसेवी संगठनों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर दिया धरना, लगाए नारे
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विधायक थानेसर ने दिया आश्वासन बेटी एकजोत कौर को ढूंढने के मामले में नही बरती जाएगी ढील
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कुरुक्षेत्र(जीडी न्यूज)
3 दिन से रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हुई एकजोत कौर का पता लगाने में पुलिस नाकाम रही है। बेटी-बचाओ-बेटी पढ़ाओं का नारा देने वाली सरकार का पुलिस तंत्र बेटियों की सुरक्षा को लेकर बिल्कुल भी संजीदा नही है। 3 दिन से जहां एकजोत कौर के मां-बाप पुलिस प्रशासन से गुहार लगा रहे है वहीं दूसरी ओर पुलिस बेटी एकजोत कौर की तलाश करने को लेकर बिल्कुल भी सजग नही है। इसी को लेकर भारतीय पत्रकार कल्याण मंच व अन्य संगठनों के लोगों के साथ-साथ समाजसेवी संस्थाओं के लोगों ने पुलिस अधीक्षक की अब तक की जीरो कार्रवाई को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर पुलिस विभाग के खिलाफ नारेबाजी की।
हैरानी की बात तो यह है कि 4 घंटे लगातार प्रदर्शन करने के बाद ही पुलिस अधीक्षक धरना स्थल पर पहुंचने के लिए आई लेकिन यहां पर भी उन्होंने तानाशाही रवैया अपनाए रखा। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ लड़की के पिता से बात करेंगी और उन्होंने किसी भी समाजसेवी या लड़की के परिजनों से बात नही की। पुलिस अधीक्षक लड़की के पिता से इतना कहकर चलती बनी कि पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है। शहर की सीसीटीवी फुटेज मंगवाई जा रही है। उनके इस रवैये को लेकर पत्रकारों के साथ-साथ समाज के सभी लोग विधायक सुभाष सुधा से भी मिले और उन्हें एसपी आस्था मोदी के संवेदनहीन रवैये के बारे अवगत करवाते हुए मुख्यमंत्री से मिलने की बात कही है। वही थानेसर विधायक सुभाष सुधा ने कहा कि एकजोत कौर को ढूंढने के मामले में बिल्कुल भी ढील नही बरती जाएगी। कार्रवाई न करने वाले पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री को लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घड़ी में वे पत्रकार जसबीर दुग्गल के परिवार के साथ खड़े है।
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23 जुलाई को स्कूल से नही लौटी एकजोत कौर
एकजोत कौर वरिष्ठ पत्रकार जसबीर दुग्गल की बेटी है। एकजोत किड्जी स्कूल कल्याण नगर में पढ़ाती है। हर दिन की भांति 23 जुलाई मंगलवार को भ एकजोत कौर स्कूल में गई थी। परिजनों ने बताया कि इस दिन वह घर से नाश्ता भी नही करके गई थी क्योंकि उसकी तबीयत खराब थी लेकिन जब एकजोत कौर शाम तक घर नही पहुंची तो उसके भाई सरबजोत सिंह दुग्गल ने स्कूल प्रबंधन से संपर्क किया, तो वहां से पता चला कि तबीयत बिगडऩे के कारण एकजोत सुबह 11 बजे ही स्कूल से छुट्टी लेकर घर के लिए निकल गई थी। आखिरकार पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई गई। एकजोत कौर के अपहरण की आशंका है।
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पत्रकारों व समाजसेवियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने दिया धरना
जब 3 दिन बाद भी पुलिस एकजोत कौर का कोई सुराग लगाने में नाकाम रही तो पत्रकार व समाजसेवी संस्थाओं के लोग पुलिस की कार्रवाई से खफा होकर रोष स्वरुप धरने पर बैठ गए। लगातार 4 घंटे बीतने पर भी पुलिस अधीक्षक कुरुक्षेत्र आस्था मोदी अपने तानाशाही रवैये के चलते एकजोत के परिजनों से बात करने नीचे नही आई। इसके बाद जब उन्हें दोपहर भोजन के लिए निवास पर जाना था तभी वे नीचे आई और चलते-चलते एकजोत के पिता पत्रकार जसबीर दुग्गल से बात करते हुए कहा कि वे केवल उन्हीं से बात करेंगी, न किसी पत्रकार से न किसी समाजसेवी संस्था के लोगों से। उनके इस तानाशाही और अडियल रवैये को लेकर शहरभर के लोगों में काफी रोष है। समाजसेवी जनसंघर्ष मंच हरियाणा की सदस्य उषा कुमारी ने कहा कि एक औरत के नाते एसपी आस्था मोदी ने बेटी एकजोत को लेकर कोई संवेदना नही है। जब एक पत्रकार की बेटी के लापता होने पर पुलिस का इस कदर उदासीन रवैया है तो आम आदमी पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी से न्याय की क्या उम्मीद लगा सकता है।
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पत्रकारों व समाजसेवी संस्थाओं ने जिला पुलिस के रवैये को बताया गैर जिम्मेदराना
भारतीय पत्रकार कल्याण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री व राष्ट्रीय महासचिव मेवा सिंह राणा ने कहा कि जिला पुलिस ने एकजोत कौर के मामले में जो रवैया अपनाया हुआ है उसने अंग्रेजों के जमाने की याद दिला दी। प्रजातंत्र के इस युग में कुर्सी पर बैठे पुलिस के आलाधिकारियों को जनता की परेशानियों से कोई सरोकार नही है। उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को ही न्याय के लिए पुलिस के सामने गिड़गिडाना पड़ रहा है तो ऐसे में आम जनता के साथ पुलिस का क्या व्यवहार होता होगा इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है। अध्यक्ष पवन आश्री ने कहा कि इस मामले में पुलिस अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाही को लेकर मुख्यमंत्री हरियाणा मनोहर लाल से मिलकर पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की जाएगी ताकि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं की मुहिम को पलीता लगाने वाले अधिकारियों को सबक मिल सके। प्रदर्शन में शिअद के प्रदेश प्रवक्ता कंवलजीत अजराना, समाजसेविका उषा, कांग्रेस नेता लक्ष्मीकांत शर्मा, पूर्व जिला परिषद चेयरमैन प्रवीण उमरी, राकेश कुमार, संजीव बंसल, चन्द्र अग्रवाल, शिवचरण राणा, राकेश, संजय गर्ग, प्रमोद कौशिक, भारत, बाबूराम, देवीलाल, कुलतार, तरूण वधवा, जयनारायण, रामपाल शर्मा, पंकज अरोड़ा, सतविंद्र, अश्वनी, राकेश शर्मा, सोहन लाल सैनी, प्रदीप गोयल, अरूण, पवन चोपड़ा, संजीव, कुलदीप, गोपाल गुप्ता, कुलवंत, शैलेश, सुभाष गुप्ता, मेहर सिंह, अधिवक्ता सुरेश शर्मा, राममूर्ति, एनडी गुप्ता, रूबि प्रजापति, जिला कुरुक्षेत्र के शाहबाद, बाबैन, इस्माईलाबाद, पिहोवा, लाडवा के सभी पत्रकार मौजूद रहें।
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