विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी कबुतरबाज को धरा पुलिस ने, 30 लाख रूपये बरामद
करनाल , प्रवीण कौशिक
करनाल पुलिस की क्राइम युनिट सी.आई.ए-02 इन्चार्ज निरीक्षक दीपक कुमार को गुप्त तरीके से एक कबुतरबाज के संबंध में सुचना प्राप्त हुई। जिसके आधार पर उन्होंनें तुरंत ए.एस.आई. सुरेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में एक टीम का गठन कर संबंधीत स्थान के लिए रवाना किया, सुरेन्द्र कुमार द्वारा छापामारी करके बच्चों को विदेश भेजने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य प्रगट सिंह, जोगानंद थाना फरमल जिला बठिंडा पंजाब को चिड़ाव मोड़ करनाल से गिरफतार किया गया।
आरोपी के संबंध में पहले से ही थाना शहर करनाल में मुकदमा नं0- 1501/18 धारा 420,406 भा.द.स. के तहत दर्ज है।
19 जुलाई 2019 को आरोपी को माननीय अदालत के सामने पेशकर पुलिस रिमांड हासिल किया गया और आरोपी से मुदईया व बच्चों से ठगी कर ली गई रकम के संबंध में पुछताछ की गई।
रिमांड के दौरान आरोपी ने पुलिस द्वारा की गई पुछताछ पर दिनांक 21.07.19 को अपने गांव में अपने घर से 24 लाख रूपये नकद व कार जिसमें सवार होकर वह रूपये लेने के लिए करनाल आता जाता था, बरामद करवाई। इसके अलावा आरोपी द्वारा अपने खाते में शिकायतकर्ता द्वारा आर.टी.जी.एस. से डाले गए 05.70 लाख रूपये भी आर.टी.जी.एस. के माध्यम से वापिस किए गए।
इस प्रकार दिया वारदात कों अंजाम-
मामले में शिकायतकर्ता रजनी देवी ने बताया कि वह करनाल में एक आईलेटस सेंटर चलाती है और युवाओं को विदेश भेजने के लिए तैयारी करवाती है, जो उसका सेंटर मुगल कैनाल करनाल पर स्थित है। एक बार अपने सेंटर के बच्चों को विदेश घुमाने के लिए वह उन्हें अपने साथ लेकर मलेशिया गई हुई थी, जहां पर उसकी मुलाकात पंजाब के रहने वाले अवतार सिंह पुत्र प्रगट सिंह और उसके साथी राजबीर परजाना से हुई। जिन्होंनें मलेशिया में अपना आफिस खोला हुआ था, जिन्होंनें रजनी देवी को बताया कि वे पासपोर्ट पर वर्क वीजा लगवाकर बच्चों को एक नंबर में आस्ट्ैलिया व कनाडा भेजते हैं। जो मुदईया उनके विश्वास में आ गई और करनाल आने के बाद उसने 07 बच्चों को विदेश भेजने के लिए अलग-अलग तारीखों में लाखों रूपये अवतार सिंह व राजबीर परजाना के कहने पर करनाल अपने आफिस में आने वाले प्रगट सिंह को दिए थे।
इस संबंध में जानकारी देते हुए सी.आई.ए-02 टीम के इन्चार्ज ए.एस.आई. सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि काफी दिनों से कबुतरबाजी के मामले में पुलिस को आरोपी की तलाश थी, जो उपरोक्त दिनांक को सुचना मिलते ही पुलिस ने छापामारी कर आरोपी को धर दबोचा व उसका पुलिस रिमांड हासिल कर, उसके कब्जे से करीब 30 लाख रूपये व एक कार बरामद की। जो आरोपी की रिमांड अवधी समाप्त होने के बाद उसे माननीय अदालत के सामने पेशकर जिला जेल करनाल भेजा जाएगा।
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