शिक्षा विभाग ने बगैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर की छापेमारी , स्कूल संचालक स्कूलों को बंद करके भागे
पलवल, जीडीन्यूज
बगैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने छापेमारी की । छापेमारी के दौरान बगैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के संचालक स्कूलों को बंद करके भागे। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जिले में जितने भी बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल चल रहे हैं। उन सभी को बंद कराया जाएगा और इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा।
जिला पलवल में बगैर मान्यत प्राप्त के सैकड़ों निजी स्कूल चल रहे हैं। यह ऐसे स्कूल में जिनेक पास सरकार और शिक्षा विभाग से स्कूल चलाने के लिए कोई मंजूरी नहीं है और कुछ जिले में ऐसे भी स्कूल हैं। जिनके पास मान्यता 8वीं कक्षा तक है और ये स्कूल 12वीं तक के बच्चों को पढ़ा रहे हैं। लेकिन अब जिले में चल रहे इस तरह के स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है और इनके खिलाफ इनको बंद करने के लिए अभियान सुरु कर दिया है। बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने गाँव फुलवाड़ी , बामनी खेड़ा और पलवल शहर में कई स्कूलों पर जाकर छापेमारी की। जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने बताया की जैसे ही वह सुबह स्कूलों में पहुंची तो कुछ निज स्कूलों के संचालक स्कूलों पर ताला लगाकर भाग गए और बच्चों की छुट्टी कर दी और कुछ स्कूल खुले मिले जो स्कूल खुले मिले तो इनके संचालक स्कूलों से भाग गए। सुमन नैन ने बताया कि उन्होंने मौके पर सरकारी स्कूलों के मुख्य अध्यापकों, प्रिंसिपलों को बुलाया और उन्हें इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला कराने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में इस तरह के सैकड़ों स्कूल चल रहे हैं और सभी को बंद कराया जाएगा और इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में सरकारी खर्चे पर कराया जाएगा। ताकि बच्चों का भविष्य ख़राब नहीं हो। उन्होंने कहा की बगैर मान्यता प्राप्त वाले स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और जिनके पास मान्यता आठवीं तक है और वह बाहरवीं तक की कक्षाएं लगा रहे हैं। तो ऐसे स्कूलों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारीयों को आदेश दे दिए गए हैं कि वह अपने अपने क्षेत्र में बगैर मान्यता के चल रहे स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही करें और उनको बंद कराएं। अगर खंड शिक्षा अधिकारीयों ने उनके आदेश के बाद भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो खंड शिक्षा अधिकारीयों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।
पलवल, जीडीन्यूज
बगैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने छापेमारी की । छापेमारी के दौरान बगैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों के संचालक स्कूलों को बंद करके भागे। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि जिले में जितने भी बगैर मान्यता प्राप्त स्कूल चल रहे हैं। उन सभी को बंद कराया जाएगा और इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला करवाया जाएगा।
जिला पलवल में बगैर मान्यत प्राप्त के सैकड़ों निजी स्कूल चल रहे हैं। यह ऐसे स्कूल में जिनेक पास सरकार और शिक्षा विभाग से स्कूल चलाने के लिए कोई मंजूरी नहीं है और कुछ जिले में ऐसे भी स्कूल हैं। जिनके पास मान्यता 8वीं कक्षा तक है और ये स्कूल 12वीं तक के बच्चों को पढ़ा रहे हैं। लेकिन अब जिले में चल रहे इस तरह के स्कूलों के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कमर कस ली है और इनके खिलाफ इनको बंद करने के लिए अभियान सुरु कर दिया है। बुधवार को जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने गाँव फुलवाड़ी , बामनी खेड़ा और पलवल शहर में कई स्कूलों पर जाकर छापेमारी की। जिला शिक्षा अधिकारी सुमन नैन ने बताया की जैसे ही वह सुबह स्कूलों में पहुंची तो कुछ निज स्कूलों के संचालक स्कूलों पर ताला लगाकर भाग गए और बच्चों की छुट्टी कर दी और कुछ स्कूल खुले मिले जो स्कूल खुले मिले तो इनके संचालक स्कूलों से भाग गए। सुमन नैन ने बताया कि उन्होंने मौके पर सरकारी स्कूलों के मुख्य अध्यापकों, प्रिंसिपलों को बुलाया और उन्हें इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का सरकारी स्कूलों में दाखिला कराने के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में इस तरह के सैकड़ों स्कूल चल रहे हैं और सभी को बंद कराया जाएगा और इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का दाखिला सरकारी स्कूलों में सरकारी खर्चे पर कराया जाएगा। ताकि बच्चों का भविष्य ख़राब नहीं हो। उन्होंने कहा की बगैर मान्यता प्राप्त वाले स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी और जिनके पास मान्यता आठवीं तक है और वह बाहरवीं तक की कक्षाएं लगा रहे हैं। तो ऐसे स्कूलों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी खंड शिक्षा अधिकारीयों को आदेश दे दिए गए हैं कि वह अपने अपने क्षेत्र में बगैर मान्यता के चल रहे स्कूलों के खिलाफ कार्यवाही करें और उनको बंद कराएं। अगर खंड शिक्षा अधिकारीयों ने उनके आदेश के बाद भी इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की तो खंड शिक्षा अधिकारीयों के खिलाफ भी सख्त कार्यवाही की जाएगी।
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