कोरोना काल में जहां लोग अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए घरों में दुबके बैठे थे , वहीं ज्यूनाइल जस्टिस बोर्ड की मैंम्बर और सोशल एंड चाइल्ड ऐक्टिविस्ट अधिवक्ता मालती अरोड़ा कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए सैनेटाईजर और मास्क बांटने के अलावा लोगों को वैक्सीन नेशन करवाने के लिए प्रेरित कर रही थी । इतना ही नहीं मालती अरोड़ा ने सेवा रसोई कार्यक्रम में भागीदारी के साथ-साथ जरुरतमंद लोगों को घर पर ही ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करवाने का काम किया ।
मालती अरोड़ा ने एक वार्ता के दौरान बताया कि कोरोना महामारी के कारण जब लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों में बैठे थे तब हमारी टीम में घर से बाहर निकलकर जमीनी स्तर पर कार्य करने का काम किया । टीम ने मिलकर पानीपत के कई क्षेत्रों में हर गली कुचे में जाकर घर-घर सैनेटाईजर कराया और लोगों को मास्क बांटे । इतना ही नहीं हमारी टीम ने असंध रोड पर रेहडी और फडी लगाने वाले लोगों के साथ साथ वहां से आने-जाने वाले हर व्यक्ति को मास्क और सैनेटाईजर बांटे । और लोगों को सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने के लिए प्रेरित किया ।
- वैक्सीनेशन के लिए लोगों को प्रेरित किया ।
मालती अरोड़ा ने बताया कि जब लोग कोरोना रोधक वैक्सीन लगवाने से डर रहे थे । तब हमारी टीम ने घर-घर जाकर लोगों को समझाया की वैक्सीन का हमारे शरीर पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता , बल्कि वैक्सीन लगवाने से हमारा शरीर मजबूत बनेगा और कोरोना से लड़ने की शक्ति हमारे अंदर पैदा होगी । और हजारों लोगों को वैक्सीनेशन सेंटर पर ले जाकर कोरोना रोधक वैक्सीन लगवाई ।
- बाल एवं महिला शोषण के खिलाफ जागरुकता कैंप लगाया ।
अरोड़ा ने बताया कि ज्यूनाइल जस्टिस बोर्ड की मैंम्बर और सोशल एंड चाइल्ड ऐक्टिविस्ट होने के नाते हमने महिला एवं बाल शोषण के खिलाफ जागरूकता केम्पों का भी आयोजन किया।
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