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Friday, 20 September 2019

तहसील कार्यालय में बैठे कुछ टाइपिस्ट गैर कानूनी तरीके से प्रोपर्टी रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज लिखने का काम कर रहे धड्ड्ले से...


                      सब कुछ जानते हुए भी अधिकारीयों ने की आँखे बंद
            लाइसेंस धारी स्टाम्प वेंडर मोके पर नहीं होते उनके नाम के 
            हस्ताक्षर कई सालों से उनके बिठाये कारिंदे  क़र रहे है
घरौंडा : जीडी न्यूज़ 
तहसील कार्यालय में बैठे कुछ टाइपिस्ट गैर कानूनी तरीके से प्रोपर्टी रजिस्ट्रेशन के दस्तावेज लिखने का काम कर रहे है। ऐसे टाइपिस्टों के पास वसीका नवीस कोई वैध लाइसेंस नहीं है। अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकनें के लिए इन टाइपिस्टों ने अपने बस्तों पर अलग-अलग तरह के बोर्ड लगा रखे है। ऐसे लोग ग्राहकों को अपने जाल में फांस कर रजिस्ट्री लिखने की मुहं मांगी फीस ऐंठते है। जबकि नियमानुसार रजिस्ट्रेशन का कार्य पंजीकृत वसीका नवीस व वकील ही कर सकते है। तहसील कार्यालय के परिसर में सरकार द्वारा बैनामा, वसीयतनामा, मुखत्यारनामा, गोदनामा, इकरारनामा व प्रोपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए पांच वसीका नवीस अधिकृत किए गए है। लेकिन तहसील कार्यालय में बस्ता लगाए बैठे अधिकतर टाइपिस्ट बिना किसी वैध लाइसेंस के प्रोपर्टी रजिस्ट्र्रेशन व अन्य रजिस्टर्ड दस्तावेज लिखने का काम करते है। जब भी कोई ग्राहक रजिस्ट्री के लिए आता है तो ये ग्राहक को तहसील कार्यालय का पूरा कार्य करवाने का लालच देकर मुहं मांगें पैसे की डिमांड करते है। 
बताया जा रहा है कि इनमें से अधिकांश तो वे बस्ताधारक है जो कुछ समय पहले इसी तहसील में अन्य वसीका नवीसों के यहां काम सीखा करते थे और कुछ ही समय बाद इन व्यक्तियों ने काम सीख कर अपनी अलग से दुकानें खोल ली है। इन व्यक्तियों में कई ऐसे भी है जो रजिस्ट्री खुद लिख कर एक निर्धारित वसीका नवीस की मोहर रजिस्ट्री पर लगवा लेते है। और इसके बाद सारे कार्य का ठेका खुद ही ले लेते है और भोली-भाली जनता को दोनों हाथों से लूटने  के साथ-साथ प्रशासन की आंखों में धूल झोंकने का भी कार्य करते है। इसके साथ ही अधिकृत वसीका नवीसों के कार्यो पर असर पड़ रहा है। ऐसा नहीं है कि तहसील कार्यालय में चल रहे इस गोरखधंधे का यहां बैठे अधिकारियों को पता न हो। 

ऐसी भी चर्चा है की तहसील में दलालों का बोलबाला है जो अधिकारीयों की मिली भक्ति से तहसीलदार के कार्यालय में घुसे रह कर अवैध कालोनियों में रजिस्ट्रियां करवा क़र सरकार को आर्थिक चुना लगा रहे हैं I जबकि कुछ समय पहले इन के कार्यालय में घुसने पर रोक लगा दी गई थी I और लोगों से अधिकारीयों के नाम पर पैसे भी लिए जाने की चर्चाओं से इंकार नहीं किया जा रहा I कहा जाता है की अगर पिछले दो तीन सालों की रजिस्ट्रियों की जाँच की जाये तो तथ्य सामने आ सकते हैं I जिसमे रेवेन्यू की चोरी कर सरकार को  भारी चूना लगाया गया है I यहाँ तक भी चर्चा है की लाइसेंस धारी स्टाम्प वेंडर मोके पर नहीं होते उनके नाम के हस्ताक्षर कई सालों से उनके बिठाये कारिंदे  क़र रहे है I और स्टाम्प वेंडर अपने दूसरे कामों में व्यस्त रहते है I बताया जा रहा है की वे नगर से बाहर अपने दूसरे कामों में लगे होते है और उनके फर्जी हस्ताक्षर यहां हो जाते है I जो गैर कानूनी है I ऐसा नहीं है की अंदर बैठे अधिकारीयों को इनकी जानकारी नहीं है बावजूद इसके अधिकारी अपनी आंखें मुंदें बैठे है। जो अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़े करता है।

-रमेश कुमार, तहसीलदार घरौंडा।--
प्रोपर्टी रजिस्ट्रेशन के लिए पांच वसीका नवीसों को अधिकृत किया गया है। वसीका नवीसों के अलावा कोई भी वकील दस्तावेजों को रजिस्टर्ड करवा सकता है। इसके अलावा कोई भी टाइपिस्ट दस्तावेज रजिस्टर्ड नहीं करवा सकता। यदि तहसील परिसर में इस प्रकार के टाइपिस्ट गलत कार्य कर रहे है तो उनकी जांच की जाएगी।

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