हिंदी दिवस के अवसर पर वीएचसीए फाउंडेशन की ओर से पांचवा हिंदी सम्मान समारोह का आयोजन एक निजी गार्डन में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वैद्य हरिकृष्ण अग्रवाल ने की. मुख्य अतिथि के रुप मे विधायक घरौंडा हरविन्द्र कल्याण ने शिरकत की। वहीं विशिष्ठ अतिथि सुनील कुमार डीपीआरओ करनाल,डॉ. विश्वजीत फौगाट अध्यक्ष नीमा हरियाणा उपस्थित रहेे।
सर्वप्रथम वीएचसीए के संस्थापक डॉ. मुकेश अग्रवाल और अध्यक्ष अनुराधा अग्रवाल ने विधायक हरविन्द्र कल्याण के साथ मिलकर आयुर्वेदा कार्ट डॉट कॉम को रिलॉच किया और डॉ मुकेश अग्रवाल ने वीएचसीए के बारे में विस्तार से चर्चा की।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकारों को सम्मानित किया. जिनमें डॉ शील कौशिक को हिंदी विभूषण, डॉ. बी मदन मोहन को हिंदी भूषण, अशोक जैन को हिंदी गौरव, डॉं उषा लाल को हिंदी रत्न से सम्मानित किया गया. पवन कुमार, सुरेश कुमार सुमन रानी वीरेन्द्र शास्त्री,जोगिन्द्र और सत्यवान को श्रेष्ठ शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया. डॉ. आबिद, कांता वर्मा, शिव कुमार आर्य, संदीप, अजय गुप्ता और डॉ शील कौशिक की पुस्तकों का विमोचन किया गया।
समाज में निस्वार्थ भाव से सेवा कर रही संस्थाओं श्री राम सेवा दल, नव सृजन ट्रस्ट, नमो गंगे ट्रस्ट, रोशनी फाउंडेशन ,मेरा मिशन स्वस्थ करनाल, जन सेवा दल को सम्मानित किया तो वहीं उत्कृष्ट प्रतिभा सम्मान से एडवोकेट राजेश शर्मा, धर्मपाल सचदेवा, आयुषी ठकराल, ध्रुव गुप्ता और राकेश कुमार को सम्मानित किया. इस अवसर पर मुख्य वक्ता अशोक भाटिया ने कहा कि 'हिंदी हमारे जीवन में रची-बसी है। यह अघोषित राष्ट्रभाषा है,उपयोग की भाषा है,न कि पूजा या डंका बजाने की वस्तु। उन्होंने कई उदाहरण देकर कहा कि अपनी बोलियों के शब्द प्रयोग कर हिंदी और समृद्ध बन सकती है।
मंच संचालन डॉ राधेश्याम भारतीय ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से सुभाष गुप्ता, सुभाष शर्मा, राजेश गर्ग, रामकुमार आत्रेय, मदन लाल, डॉ विपिन चौहान ईश्वर गुप्ता कपिल गुप्ता, विजय गर्ग, महेन्द्र सोनी, आदित्य बंसल ,उमेश चुघ मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment