10000

Wednesday, 9 March 2022

आम आदमी पार्टी आगामी नगर-पालिका चुनाव पार्टी सिम्बल पर लड़ेगी: महेंद्र राठी

-- आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है और यहां पर दिल्ली मॉडल लागू किया जाएगा:डॉ गौरव गोयल
-- मेहरसिंह संधू को सौंपा चुनाव प्रभारी का नियुक्ति पत्र
घरौंडा 9 मार्च  : प्रवीण कौशिक
आगामी नगर पालिका चुनाव आम आदमी पार्टी पार्टी झाड़ू के निशान पर लड़ेगी और नगर पालिकाओं में भारी जीत दर्ज करेगी। यह बात पत्रकारों से बातचीत करते हुए महेंद्र राठी जिला अध्यक्ष ने कहीं। वे आज यहां पत्रकारों के सन्मुख बात कर रहे थे।  वे आज यहां मेहर सिंह संधू आम आदमी पार्टी के नेता को चुनाव प्रभारी का नियुक्ति पत्र देने पहुंचे थे।  पत्रकारों से बातचीत करते हुए राठी ने कहा कि एग्जिट पोल के संकेतों से स्थिति स्पष्ट है कि पंजाब में 10 तारीख को आम आदमी पार्टी भारी बहुमत से विजय प्राप्त करेगी और हम वहां  सरकार बनाएंगे।  
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली मॉडल को लेकर हरियाणा में 43 नगर पालिकाओं में पार्टी चुनाव लड़ेगी और इस संबंध में तैयारियां जोरों से चल रही है।  मेहर सिंह संधू को चुनाव प्रभारी का नियुक्ति पत्र सोंपते हुए उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं को पार्टी को भारी जीत दिलाने के लिए कमर कसने को कहा।  इस अवसर पर मेहर सिंह संधू ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी गई है । वह उस पर खरा उतरेंगे, निष्ठा पूर्वक काम करते हुए घरौंडा क्षेत्र में नगर पालिका में जीत दर्ज करवाएंगे।
  इस अवसर पर लगभग 15 नागरिकों ने, जो  आसपास के गांवों एवं घरौंडा शहर से कम्युनिटी सेंटर नजदीक अनाज मंडी घरोंडा पहुंचे थे, को पार्टी की टोपी पहनाकर जिला अध्यक्ष के सम्मुख ज्वाइन करवाया गया। वार्ता की अध्यक्षता करते हुए डॉ गौरव गोयल पूर्व विधानसभा प्रभारी ने आवाह्न किया कि आने वाला समय आम आदमी पार्टी का है और यहां पर दिल्ली मॉडल लागू किया जाएगा।  पत्रकारों को जिला अध्यक्ष के अतिरिक्त मेहर सिंह संधू, डॉ गौरव गोयल और जिला महिला संगठन  मंत्री रिशा नैन ने  संबोधित किया। 
इस अवसर पर मुख्य रूप से जिलाध्यक्ष महेंद्र राठी जिला, डॉ गौरव गोयल, सुमेर सिंह संधू, संजय गोयल, सीमा, रिशा नैन,  संदीप, प्रीतम आदि उपस्थित रहे।

Tuesday, 8 March 2022

आओ महिला दिवस मनायें ....महिला शसक्तिकरण पर आओ घड़ियाली आँसू बहायें

अभिषेक की कलम से.....
आओ 
महिला
दिवस मनाऐ
महिला
शसक्तिकरण
पर आओ
घड़ियाली
आँसू बहाऐं
मर चुकी
आँखो की
शर्म को
फिर छिपाएँ
पर्दे के पीछे
छुपे घड़ियाल
आज फिर
अपना दोहरा
चरित्र लिए
सामने आऐंगे
महिला दिवस
मनाऐंगे
आरक्षण और
संरक्षण के
बड़े बड़े
दावे होंगे
सब निर्भया
और निर्भया
चीखेंगे चिल्लायेंगे 
आज फिर नारे
लगाएँगे
यत्र नारियस्तु पूजयन्ते
रमन्ते तत्र देवता का
जयघोष होगा
होगा हाँ 
उदघोष होगा
स्त्री चरित्रम 
पुरूषस्य भागम
देवों न जानासी 
कुतो मनुष्य
की नयी परिभाषाऐं
लिक्खी जाऐंगी
लिंगभेद की
पाशविक 
चाह मे
कहीं कोई 
अजन्मी
आज भी
मारी जाऐगी
नारी 
शसक्तिकरण की
आज एक नई
इबारत
लिक्खी जाऐगी
एकतरफ़ा 
क़ानूनों की
वकालत होगी
समानता की
बात करते करते
कई चँडूखाने
अपरिपक्वता का
परिचय देंगे
खाई और चौड़ी
करने की
वकालत करेंगे
और खाई फिर
पैदा की जाएगी
सँरक्षण का मुद्दा
नेपथ्य मे 
चला जाएगा
आरक्षण आरक्षण 
की बेईमानी चीँखो
के बीच संरक्षण
की बैशाखी 
तोड़ी जाएगी
महिला 
शसक्तिकरण की
नई इबारत 
लिक्खी जाएगी
सभ्यता और
सँस्कृति की
दुहाई दी जाएगी
जिंस और टाँप की
साड़ी और ब्लाउज़ की
बेहूदा बहस
कराई जाएगी
मर्यादाओं के
नाम पर 
मानसिकताओ का
द्वन्द होगा
आज महिला 
दिवस होगा ?
माँ बहू बेटी सास
किरदार बदलते ही
महिला के रूप
बदलते जाएँगे 
हमारे समाज मे
क्या कभी
सास और बहू
पर गीत लिक्खे जाएँगे 
सास अपनी बेटी
के गीत गाती है
कहती है बेटियाँ
मयालु होती है
बहू अपनी माँ के
गीत गाती है
कहती है 
माँ तो मयालु
होती है !
इन सबके बीच
सास बहू की
अनबुझ पहेली
भी सुलझाए !
आओ सास और
बहू पर गीत बनाए
महिला दिवस मनाऐ !

Monday, 7 March 2022

संघ के नींव के पत्थर प्रोफेसर दामोदर वाशिष्ठ*

पुण्य तिथि पर विशेष                    *प्रस्तुति:डॉ प्रवीण कौशिक*
साल 1956 की एक तपती दोपहरी में ब्रज क्षेत्र आये उत्साह से लबरेज ,बलिष्ठ शरीर के स्वामी,गौरवर्णीय,25 वर्षीय तेजस्वी युवक ने जब महाभारत की धरती पर कदम रखा तो उसे नहीं पता था कि अगली आधी सदी से भी ज्यादा समय तक इस माटी के साथ उसका माँ - बेटे का रागात्मक सम्बन्ध जुड़ने वाला है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का यह तृतीय वर्ष शिक्षित स्वयंसेवक संघ कार्य के लिए एक जेलयात्रा पूरी कर चुका था और उसे नहीं पता था कि आने वाले वर्षों  में इस ईश्वरीय कार्य के लिए अभी एक बार फिर उसे जेल जाना है। यह गाथा है हरियाणा में संघ कार्य मे नींव का पत्थर बने एक अदभुत शिक्षक और कुशल संगठनकर्ता प्रोफेसर दामोदर वाशिष्ठ की जिन्होंने अपनी कुशलता से अपने जैसे ही  सैकड़ों सक्रिय कार्यकर्ताओं को तैयार करने में सफलता प्राप्त की।
हरियाणा में पहली संघ शाखा 1937 में शाहाबाद मारकंडा में शुरू हुई। 1935-36 में वसंतराव ओक ने दिल्ली में संघ कार्य का शुभारंभ किया। संघ कार्य भी दिल्ली से सटे क्षेत्रों में फैलता गया। करनाल के वैद्य रतिराम दिल्ली में स्वयंसेवक बने। नंद किशोर जी व सुशील जी ने लाहौर में संघ शिक्षा वर्ग में प्रशिक्षण प्राप्त कर 1937 में शाहाबाद मारकंडा में शाखा शुरू कीं। हरियाणा जो उस समय पंजाब प्रांत का एक हिस्सा था, में पहली शाखा शुरू होने का श्रेय शाहाबाद को जाता है। फिर रोहतक और हिसार तक संघ पहुंच गया।
1937 से 1947 संघ के स्वयंसेवकों के शौर्य और पुरुषार्थ का कालखंड रहा। कर्त्तव्यनिष्ठ स्वयंसेवक अपने स्वजातीय बंधुओं की रक्षा में शुरू से सजग रक्षक की तरह खड़े रहे। इसी काल में संघ का कार्य शहर और उससे सटे गांवों में शीघ्र विस्तार लेता गया। जनवरी 1948 में अचानक गांधी जी की हत्या हो गयी और कांग्रेस ने हत्या का झूठा आरोप संघ पर लगा संगठन को प्रतिबंधित कर दिया। हिंदू समाज पर भी इसका असर हुआ और इस मिथ्या दुष्प्रचार में आकर वह संघ विरोधी बन गया। संघ के स्वयंसेवकों ने असत्य का प्रतिरोध सत्याग्रह के द्वारा किया। फिर हरियाणा में 1949 से 1977 तक संघ कार्य में निरंतरता रही परंतु विकास की गति धीमी रही, पर संघ के कार्यक्षेत्र निष्ठा, धैर्य और परिश्रम से कार्य का विस्तार देने में सफल होते गए और आज हरियाणा में संघ की शाखाएं 1000 से भी ज्यादा स्थानों पर पूरे उत्साह के साथ लगती दिखाई देती हैं। इसके साथ ही समाज जीवन के हर क्षेत्र में उसका प्रभाव तथा स्वीकार्यता बढ़ी है।
ऐसे में उन निष्ठावान स्वंसेवकों को भी याद कर पुण्य स्मरण भी होता है जिनके परिक्षम और लगन से संघ हरियाणा में आज इस स्तर तक पहुंचा। इन नींव के पत्थरों में से एक थे कैथल के प्रोफेसर दामोदर वाशिष्ठ। 1956 से मृत्युपरंत 2009 तक हरियाणा में संघ के विभिन्न दायित्व निभाते हुए उन्होंने पुराने करनाल जिले, जिसकमें आज के करनाल, पानीपत, कुरुक्षेत्र और कैथल जिले शामिल हैं, में संघ कार्य को जमाने और उसे प्रतिष्ठित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई
उनका जन्म 15 जुलाई 1930 को आगरा जिले के ताहरपुर गांव में किसान परिवार में हुआ। 1948 में महात्मा गांधी की हत्या के बाद संघ पर देशभर में लगे प्रतिबंध के दौरान 17 साल की उम्र में आगरा में सत्याग्रह कर जेल जाने वाले दामोदर जी संघ का तृतीय वर्ष करने के पश्चात 1956 में कैथल के प्रतिष्ठित आरकेएसडी कॉलेज में हिंदी, संस्कृत के प्राध्यापक बनकर पहुंचे। अपने आकर्षक व्यक्तित्व, व्यवहार कुशलता और उत्साही स्वभाव से वे शीघ्र ही पूरे इलाके में लोकप्रिय हो गये और उनके महत्व से कस्बों, ग्रामीण क्षेत्रों में संघ का कार्य घर-घर पहुंचने लगा।
1962 में चीन से युद्ध, 1965 और 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान संघ के स्वयंसेवकों को इकट्ठा कर गली-गली में ब्लैकआउट लागू करवाने और पहरा देते हुए प्रशासन की सहायता में समाज को खड़ा कर उन्होंने एक कुशल संगठन के रूप में खुद को स्थापित किया। साठ के दशक में ही संघ के द्वितीय सरसंघचालक परम पूजनीय गोलवलकर जी का भी कैथल में आगमन हुआ और नगर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया।तृतीय सर संघचालक परम पूजनीय बाला साहब देवरस के कैथल प्रवास में भी भव्य कार्यक्रम उनके नेतृत्व में आयोजित हुए। 1975 तक जब पूरे हरियाणा में लगभग सौ के करीब संघ की शाखाएं हुआ करती थीं, तब अकेली कैथल तहसील में 30 से 35 तक संघ की शाखाएं थीं। उस दौरान उनके पास तहसील कार्यवाह, जिला कार्यवाह जैसे दायित्व थे। प्रोफेसर दामोदर जी वाशिष्ठ जो तब तक पूरे इलाके में गुरुजी के नाम से विख्यात हो चुके थे, ने क्षेत्र में सैकड़ों निष्ठावान कर्यकर्ता शहरों, कस्बों और गांव-गांव में खड़े कर दिए। उनके साथ उस समय कैथल के आरकेएसडी कॉलेज में इतिहास के प्राध्यापक सतीश चंद्र मित्तल तथा अर्थशास्त्र के प्राध्यापक मोहनलाल ग्रोवर भी अत्यंत सक्रिय थे। प्रोफेसर सतीश चंद्र मित्तल बाद में इतिहास संकलन समिति के राष्ट्रीय प्रमुख बने तथा अयोध्या को श्रीराम मंदिर पर अदालत में चले केस के ऐतिहासिक दस्तावेज़ों को संजोने और पेश करने उनका महत्वपूर्ण योगदान हमेशा याद रहेगा।
इन तीन प्राध्यापकों की त्रयी के साथ-साथ कॉलेज में ही लाइब्रेरियन ज्ञानचंद, संघ के वरिष्ठ प्रचारक इंद्रेशजी के पिताजी चमनलाल सर्राफ और व्यवसायी रघुनाथ गोयल की टीम ने कैथल क्षेत्र में संघ के सुदृढ आधार को तैयार किया। चमनलाल सर्राफ और रघुनाथ गोयल बाद में विधायक भी बने।
1975 में तत्कालीन तानाशाह प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी द्वारा देशभर में लगाये गये आपातकाल के विरोध में हरियाणा से भी सैकड़ों कार्यकर्ता जेल गये। इनमें स्वाभाविक तौर पर प्रोफेसर दामोदर जी के साथ-साथ यह टीम भी कई महीने तक करनाल जेल में बंद रही। दामोदरजी की यह तीसरी जेल यात्रा थी। वह 70 के दशक में शिक्षक आंदोलन के चलते भी कुछ दिन के लिए हवालात में रह चुके थे।
अत्यंत उत्साही, सक्रिय और गतिशील प्रोफेसर साहिब अकसर कॉलेज से घर पहुंचने के बाद खाना खाकर संघ द्वारा दी गयी राजदूत मोटरसाइकिल पर किसी गांव में पहुंच जाते थे और वहां कॉलेज के मित्र भी उनकी प्रतीक्षा कर रहे होते थे। फिर शुरू होता था गांव के प्रमुख लोगों से सम्पर्क और गांव में नयी शाखा प्रारंभ करने का सिलसिला या फिर पुरानी शाखा को और मजबूत करने की प्रक्रिया। इस तरह संघ का प्रभाव पूरे क्षेत्र में तथा समाज के हर वर्ग में पहुंचा। वह क्षेत्र में चलने वाली लगभग सभी सांस्कृतिक, धार्मिक, सामाजिक तथा बौद्धिक गतिविधियों में सक्रिय रहते थे। संघ की जिम्मेदारी के साथ-साथ हरियाणा कॉलेज टीचर्स यूनियन के अध्यक्ष, कैथल आर्य समाज के अध्यक्ष होने के अलावा तत्कालीन राजनीतिक गतिविधियों में भी उनकी भागीदारी रहती थी। और मूल कार्य संघ की शाखा का अलग यह बनी कैथल के क्योड़क और पाई जैसे गांवों में शाखा में स्वयंसेवकों की उपस्थिति कई बार सैकड़ों में रहती थी। क्योड़क में भी भीखमसिंह जी और पाई में पंडित ओमप्रकाश जी संघ के पर्याय बन चुके थे और दोनों ही उनके अभिन्न मित्र भी थे।
उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ तब आया जब 1989 में एक्सीडेंट के बाद पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान उनकी गर्दन में कैंसर का पता चला। लगभग 2 साल के इलाज के दौरान कैंसर को उन्होंने मात दे दी। इसी बीच कॉलेज से उनका रिटायरमेंट हो चुका तो वह घर छोड़कर रोहतक में संघ कार्यालय चले गये और एक वर्ष के रोहतक प्रवास में उन्होंने संघ की योजना से एक पुस्तक 'भारत अखंडता की ओर' भी लिखी। यह उनकी तीसरी पुस्तक थी। वापस लौटने के बाद इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय प्रमुख ठाकुर राम सिंह जी ने उन्हें हरियाणा इकाई के महामंत्री का पद सौंप प्रांत पर इतिहास लेखन की जिम्मेदारी सौंपी।
हरियाणा के वैदिक कालीन इतिहास पर उन्होंने स्वयं कार्य करते हुए इतिहास संकलन योजना के माध्यम से पूरे प्रदेश के इतिहास लेखन को एक नयी राह दी तब संगठन को एक मजबूत आधार प्रदान कर जगह-जगह इतिहास लेखकों को सक्रिय टोलियां खड़ी कर दी। कैथल जिले की वेबसाइट तैयार करते समय प्रोफेसर दामोदर वाशिष्ठ ने सरस्वती नदी के तट पर बसे इस क्षेत्र का अध्ययन राष्ट्रवादी दृष्टिकोण से किया। हरियाणा के ग्रामीण जनजीवन में अभी भी उन्हें वैदिक काल के ऋषियों के आश्रमों के पवित्र वातावरण, वेद ग्रंथों के पठन-पाठन की संस्कार परंपरा का अनुभव होता रहा, हालांकि आज हमारे गांवों का वातावरण काफी कुछ बदल चुका है, परंतु वह अब भी उसी वैदिकालीन माहौल का अनुभव करते थे।
हरियाणा के सांस्कृतिक इतिहास, उसकी माटी के कण-कण में व्याप्त बोलियों और मूल्यों को एक नया अर्थ और आयाम प्रदान कर उन्होंने माटी के पुत्र का फर्ज निभाया। यह संघ का ही संस्कार और दृष्टि थी कि हरियाणा का जर्रा-जर्रा उनके लिए केवल एक भूषण का अंश भर नहीं था अपितु एक जीवंत पुस्तक की तरह था और अत्यंत आत्मीयता के साथ वह इस पुस्तक के पन्ने पलट रहे थे। दूसरे शब्दों में कहें तो यह संबंध माता और पुत्र के पवित्र संबंध जैसा भी था।
इतिहास संकलन योजना के महामंत्री के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने लोक साहित्य की रामकथा की लुप्त पोथियों को खोजने के लिए भी गरमी और खराब मौसम में हरियाणा के गांव-गांव पैदल घूमने में भी कष्ट का अनुभव नहीं किया। इस दौरान उन्होंने पूंडरी के लाला देवतरण कृत 'रामनाटक'और सीवन के पंडित "शादीराम की ग्रंथावली 'को खोज निकाला। बाद में इन दोनों पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में शोध हुए और पुस्तकें भी प्रकाशित हुईं। 7 मार्च 2009 को देहावसान से एक माह पूर्व वह पंडित शादीराम ग्रंथावली का संपादित संस्करण प्रकाशित करवाने में वह सफल रहे।
संघ के संस्कारों और आदर्शों के अनुरूप एक भरपूर जीवन कैसे जिया जा सकता है यह उन्होंने अपने स्वयं के जीवन से सिद्ध करके दिखाया।
प्रोफेसर दामोदर वाशिष्ठ के संपूर्ण जीवन और दर्शन को देखते हुए अनुभव होता है कि वैदिक कालीन कोई ऋषि भटकता हुआ सायास हमारे बीच आ गया और अपने जीवन का उद्देश्य पूर्ण कर फिर उसी ब्रह्म में विलीन हो गया।
*हरेश वाशिष्ठ*
लेखक ट्रिब्यून समाचार पत्र समूह चंडीगढ़ में लंबे समय तक समाचार सम्पादक रहे हैं।

Sunday, 6 March 2022

घरौंडा के सर्विस रोड पर बाइक ने मारी बुजुर्ग साधु बाबा को टक्कर

बाइक चालक व बाबा घायल, अस्पताल में करवाया भर्ती
घरौंडा: प्रवीण कौशिक
 घरौंडा के सर्विस रोड पर शनिवार को देर शाम हादसा हो गया। हादसे में बाइक ने बुजुर्ग साधु बाबा को टक्कर मार दी। जिसमे बाबा व युवक घायल हो गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, घरौंडा के डिंगर माजरा रोड पर रहने वाला शुभम नामक युवक पानीपत-करनाल सर्विस रोड से रेलवे रोड की तरफ जा रहा था। जैसे ही वह अरायपुरा रोड की पुलिया के पास पहुंचा तो इसी दौरान एक बुजुर्ग साधु बाबा रोड क्रॉस कर रहा था, अचानक बाबा के आने से बाइक चालक ने ब्रेक मारने का प्रयास किया लेकिन सन्तुलन बिगडने से बाइक बाबा से टकरा गई। जिसमें बाइक चालक को गंभीर चोटें आई और बाबा भी घायल हो गया। राहगीरों ने दोनों घायलों को घरौंडा के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई।
 पुलिस अधिकारी बलबीर ने बताया कि हादसे की सूचना मिली थी । युवक डिंगर माजरा रोड का रहने वाला है लेकिन बुजुर्ग के बारे में अभी कोई जानकारी नही मिल पाई है। जांच की जा रही है।

Saturday, 5 March 2022

प्रदेश के हर गरीब व्यक्ति की 15 हजार रूपये होगी मासिक आय, गरीब लोगों का आर्थिक स्तर बढ़ाने के लिए खण्ड़ स्तर पर लगाए जा रहे मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले-मुख्यमंत्री मनोहर लाल।


सरकारी नौकरियों के पीछे भागने की बजाए स्वरोजगार अपनाएं पढ़े-लिखे लोग, बने स्वावलम्बी।    
घरौंडा, 5 मार्च,  प्रवीण कौशिक
           हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति 15 हजार रूपये मासिक आय से नीचे नहीं रहेगा, इसके लिए सभी जिलो में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे 11 लाख परिवारों की पहचान की गई थी और बीते दिसम्बर में उनके लिए 160 मेले लगाए गए, उनके माध्यम से साढे 3 लाख लोगों को लाभ पहुंचाया गया। अब 2 मार्च से दूसरा राउण्ड शुरू हो गया है, जिसमें कम से कम 250 मेले लगाए जाएंगे और यह मेले आगामी 17 मार्च तक लगेंगे। मुख्यमंत्री शनिवार को करनाल जिला के घरौंडा में आयोजित मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में आई जनता को सम्बोंधित कर रहे थे।
प्रदेश में मुख्यमंत्री शतो उद्यमी सारथी योजना की शुरूआत- उन्होंने बताया कि प्रदेश में आज से मुख्यमंत्री शतो उद्यमी सारथी योजना की शुरूआत की गई है। इसके लिए 100-100 व्यक्तियों के समूह पर 5-5 अनुभवी लोग सारथी के रूप में रहेंगे। समाजसेवा की भावना रखने वाले सारथी होंगे, जो एक समर्पण पोर्टल पर अपना नाम देंगे। यह लोग, ऐसे व्यक्तियों को समझाएंगे, जो सरकार की किसी भी स्कीम का लाभ लेकर उसमें अपना काम नहीं कर रहे। मुख्यमंत्री का कहना था कि स्वरोजगार स्कीम में ऋण लेकर लाभार्थी को अपना काम शुरू करना चाहिए, पैसे का दुरूपयोग न हो। उन्होंने कहा कि परिवार उत्थान मेले, सस्ता ऋण लेकर अपना काम शुरू करने और उसके बढ़ाने के लिए है, ऐसे ऋण से मकान और विलासता की कोई चीज भी नहीं खरीदनी चाहिए।
गरीब की मदद करना है सरकार का मकसद- मुख्यमंत्री ने बताया कि समाज में गरीब और अमीर दो तरह के लोग हैं। अगर कोई व्यक्ति सम्पन्न है तो उसके प्रति ईष्या का भाव नहीं होना चाहिए, बल्कि तरीका यह है कि गरीब की किसी न किसी तरीके से मदद की जाए। प्रदेश में वर्षों पहले भी अनेक योजनाएं थी, लेकिन उनका फायदा चतुर लोग ही उठा लेते थे, वास्तविक लोगों को उनका लाभ नहीं मिलता था। अब गरीब कौन और कितने हैं, इसका पता लगाने के लिए प्रदेश में परिवार पहचान पत्र बनाए गए। कौन व्यक्ति किस योजना का लाभ ले सकता है, इसका खाका भी तैयार किया गया और जरूरतमंदों को मुख्यमंत्री परिवार समृद्घि योजना से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री जन ज्योति बीमा योजना व जन सुरक्षा बीमा जैैसी ऐसे योजनाएं है, जिसकी व्यक्ति को प्रीमियम नहीं देना पड़ता, उसका वहन सरकार खुद करती है।
भावी पीढ़ी के लिए कारगर साबित होंगे अंत्योदय परिवार उत्थान मेले- मुख्यमंत्री ने कहा कि जो व्यक्ति प्रतियोगी परीक्षा में अच्छे नम्बरो से उत्तीर्ण होते हैं, वे सरकारी नौकरी में आते हैं, जो नौकरी नहीं ले सकते, वह स्वरोजगार के लिए आगे आएं। प्रदेश में स्वरोजगार की अनेक स्कीमे हैं, जिनमें प्रशिक्षण के अलावा आसान किस्तों का ऋण और सब्सिडी दी जा रही है। कारीगर लोग प्रशिक्षण लेकर विदेशों में भी जा सकते हैं, जहां उनकी मांग है। अब पढ़े-लिखे लोग भी स्वरोजगार को अपना रहे हैं, इससे अगली पीढ़ी का सुधार होगा।
5 लाभार्थियों को दिए स्वीकृति पत्र- इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मेले में आए 5 लाभार्थियों को बॉक्स मेकिंग मशीन, पशु डेयरी और मनियारी की दुकान जैसे कार्यों के लिए  23 लाख 88 हजार रूपये ऋण के स्वीकृति पत्र प्रदान किए। इनमें कमलजीत को 15 लाख रूपये, विकास कुमार को 1 लाख 60 हजार, बाला देवी को 2 लाख, रेशमा देवी को 1 लाख 50 हजार तथा लोकेश को 98 हजार रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र दिया गया। इसके अलावा आज ही इस मेले में 20 इसी तरह के लाभार्थियों को करीब 39 लाख रूपये के ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किए गए। बता दें कि इन  सभी लाभार्थियों ने गत मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान मेले में ऋण के लिए आवेदन दिया था।
मुख्यमंत्री ने अंत्योदय मेले का किया अवलोकन- मंच पर सम्बोधन से पहले मुख्यमंत्री ने आयोजित मेेले में सभी स्टालो का अवलोकन किया और उनमें मौजूद स्कीमो का लाभ लेने आए लाभार्थियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि जिस स्कीम में ऋण प्राप्त करेंगे, उसका सदुपयोग करें। अधिकारियों से उन्होंने कहा कि कोई भी आवेदनकर्ता खाली हाथ न जाए, उसे किसी न किसी स्वरोजगार स्कीम का लाभ दिया जाए।    
                   घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण ने इस अवसर पर इलाके की जनता की ओर से मुख्यमंत्री का स्वागत किया और कहा कि उनके कुशल नेतृत्व में हरियाणा विकास की बुलंदियों को छू रहा है। घरौंडा हल्का में भी अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई अंत्योदय परिवार उत्थान योजना ऐसे अनूठी योजना है, जिसमें गरीब व्यक्ति सरकारी स्कीमो का लाभ उठाकर अपने पैरों पर खड़ा हो सकता है। इसे लेकर प्रदेश में अंत्योदय परिवार उत्थान मेले लगाए जा रहे हैं। मेलो की कारगुजारी देखने के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं यहां का दौरा किया है। बता दें कि मेले में 1 हजार से अधिक लाभार्थियों को आमंत्रित किया गया था, जिसमें से दोपहर तक 400 से अधिक ने भिन्न-भिन्न स्कीमो में आवेदन किया।  
                   इस अवसर पर करनाल के सांसद संजय भाटिया, हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग की चेयरपर्सन निर्मला बैरागी, मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के मिशन डायरेक्टर मनदीप सिंह बराड़, उपायुक्त अनीश यादव, पुलिस अधीक्षक गंगाराम पुनिया, नगर निगम आयुक्त नरेश नरवाल, भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मीडिया कॉर्डिनेटर जगमोहन आनंद, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, भाजपा के महामंत्री राजबीर शर्मा, भाजपा नेता सतीश राणा, रजनी चुघ,  जिला परिषद के सीईओ सुशील कुमार तथा एसडीएम घरौंडा अभय जांगड़ा मौजूद रहे। 

Thursday, 3 March 2022

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के अभिभावकों की उड़ी रातों की नींद

 घर वापिसी की जद्दोजहद में छात्र, घरौंडा क्षेत्र के सात छात्र यूक्रेन में फंसे, अभिभावकों ने सरकार से लगाई फ्लाइटों की संख्या बढ़ाने की गुहारघरौंडा: प्रवीण कौशिक
यूके्रन में रूस की बमबारी के बीच यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे हजारों भारतीय छात्र जहां घर वापिसी की जद्दोजहद में लगे हुए है, वहीं छात्रों के अभिभावकों की रातों की नींद और दिन चैन उड़ा हुआ है। घरौंडा शहर व आसपास के गांवों से छह छात्र यूक्रेन में फंसे हुए है। छात्रों के अभिभावक सरकार के प्रयासों को नाकाफी बता रहे है। अम्बेसी से भी सहयोग ना मिलने के आरोप लगाए जा रहे है। अभिभावकों की माने तो उनके जिगर के टुकड़ों को माइनेस पांच डिग्री तापमान भूखे-प्यासे कई-कई किलोमीटर तक चलना पड़ रहा है। ना खाने को है और ना ही पीने को। अभिभावकों का कहना है कि जिस स्पीड से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है उससे अनुसार तो उनके बच्चों को वापिस आने क्या पता कितने दिन लग जाएगें।
डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए अभिभावकों ने लाखों रुपए खर्च कर यूक्रेन भेजा, लेकिन रूस के हमले ने यूक्रेन में खलबली मचा दी। डर के साय में यूक्रेन में फंसे छात्र बॉर्डरों तक पहुंचने की कोशिश में लगे हुए है। भारत सरकार ने भी ऑपरेशन गंगा शुरू किया हुआ है। जिसके बाद छात्रों में उम्मीद जगी है कि वे सकुशल घर तक पहुंच जाएंगें। घरौंडा शहर से चार और पुंडरी, डिंगर माजरा व बरसत गांव से एक-एक छात्र यूके्रन में फंसा हुआ है।
कौन-सा छात्र कहां पर है फंसा-
घरौंडा की धर्मबीर कालोनी में रहने वाला स्पर्श पुत्र सुरेंद्र यूक्रेन के बुडापेस्ट एयरपोर्ट पर है, जबकि धर्मबीर कालोनी की तिशा काजल पुत्री प्रमाल सिंह पोलेंड में है। वहीं वार्ड-14 की रिधी शर्मा पुत्री सुदर्शन शर्मा रोमानिया बॉर्डर पर है। घरौंडा के अराईपुरा रोड का रहने वाला विशाल पुत्र राजेंद्र बुडापेस्ट में है। पुंडरी गांव का शुभम पुत्र पवन कुमार रोमानिया बॉर्डर पर है। बरसत गांव का गौरव पुत्र ऋषिपाल हंगरी बॉर्डर पर और डिंगर माजरा का योगेश पुत्र विनोद कुमार रोमानिया बॉर्डर पर फंसा हुआ है। सभी छात्रों के अभिभावक अपने बच्चों के सकुशल लौटने की कामना कर रहे है।
जितना सहयोग मिलना चाहिए था उतना नहीं मिला-रिद्दी शर्मा के अभिभावक सुदर्शन शर्मा व रेखा शर्मा का कहना है कि सरकार की तरफ से जितना सहयोग मिलना चाहिए था उतना नहीं मिला। जिन लोगों के माध्यम से रिद्दी को भेजा गया था उन्हीं ने किसी तरह से बॉर्डर तक पहुंचाया, लेकिन उसके बाद तीन दिन तक उनकी बच्ची तीन दिन तक भूखी प्यासी रही। नाईजीरिया के विद्यार्थियों ने भी उनकी बच्ची के साथ बुरा व्यवहार किया। एंबेसी फोन तक नहीं उठा रही। तीन दिन तक हमे भी नहीं पता था कि हमारी बच्ची कहां है और किस हालत में है। जब से गोलीबारी में एक युवक की मौत हुई है उसके बाद उनकी चिंता ओर भी बढ़ गई है। सरकार फ्लाईटों की संख्या बढ़ाए और जल्द से जल्द उनके बच्चों को वापिस लेकर आए।हमारी रातों की नींद उड़ी हुई है-
विशाल के पिता राजेंद्र सिंह व माता मीनू का कहना है कि जिसका बच्चा युद्ध क्षेत्र में फंसा हुआ हो, उनके दिलों पर क्या बीत रही है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। यूक्रेन में छात्र की मौत के बाद तो दहशत ओर भी ज्यादा बढ़ गई है। उनके बच्चें को कभी बंकर में छिपना पढ़ रहा है तो कभी कहीं ओर शरण लेनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक अधिकारी उनके पास सिर्फ डिटेल लेने के लिए पहुंच रहे है और डिटेल लेकर चले जा रहे है। लेकिन उनका बच्चा कब तक आएगा इसका कोई अंदाजा नहीं है। अभी उनका बच्चा बुडापेस्ट एयरपोर्ट पर है और उसको थोड़ी बहुत हेल्प ही मिल पा रही है। सरकार जल्द से जल्द सभी भारतीयों को वहां से निकाले।

कैमला में छत से गिरने पर व्यक्ति की मौत, परिजनों ने लगाया छत से धक्का देकर हत्या करने का आरोप,

 पुलिस ने तीन के खिलाफ किया हत्या का मामला दर्जघरौंडा: प्रवीण कौशिक
कैमला गांव में एक व्यक्ति की छत से गिरने पर मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर तीन लोगों के खिलाफ हत्या का मुकद्मा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है।
कैमला निवासी धर्म सिंह उर्फ पीनू पुत्र रामकुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि बुधवार की शाम करीब साढ़े चार बजे उसे किसी परिचित ने फोन पर सूचना दी कि उसके छोटे भाई राममेहर उर्फ सोनू गांव के अनिल उर्फ कालू के घर की छत से नीचे गिरने पर चोट लग गई है। जिसके बाद वह अनिल के घर पहुंचा तो उसने पाया कि उसके भाई को सिर में चोट लगी हुई थी और उसके मुहं, नाक व कान से खून निकल रहा था। इसके साथ ही दाहिने कान पर एक कट का निशान भी था। उसी समय वह अपने चचेर भाई रवि के साथ राममेहर को उठाकर घरौंडा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले आए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। शिकायतकर्ता धर्म सिंह का आरोप है कि उसके भाई को छत से धक्का दिया गया है। धर्म सिंह ने अनिल पुत्र सुंदरा, बाला पुत्र फता लुहार व एक अन्य व्यक्ति पर राममेहर को छत से धक्का देने का आरोप लगाया है। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जें में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है और वीरवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। पुलिस ने अनिल, बाला व एक अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
वर्जन-
कैमला गांव में छत से गिरकर राममेहर नामक व्यक्ति की मौत हो गई है। परिजनों ने तीन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है। फिलहाल किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
-दीपक कुमार, थाना प्रभारी घरौंडा। 

Thursday, 24 February 2022

डीआईपीआरओ कार्यालय करनाल में सतीश कुमार व विष्णु दत्त बने अधीक्षक

करनाल,प्रवीण कौशिक
जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय में कार्यरत लेखाकार सतीश कुमार व आईसी विष्णु दत्त को विभाग द्वारा अधीक्षक पद पर पदोन्नत किए जाने पर जिला सूचना एवं जन सम्पर्क अधिकारी कृष्ण कुमार आर्य ने बधाई दी और उनके उन्नत भविष्य की कामना की।
यह दोनों कर्मचारी इससे पहले भी कार्यालय में कार्यरत रहे जोकि लंबे समय से अच्छा कार्य कर रहे हैं। बता दें कि विभाग द्वारा अन्य 15 लेखाकारों एवं आईसीए को भी अधीक्षक के पद पर पदोन्नत किया गया है।
कार्यालय के अन्य कर्मचारियों एआईपीआरओ रघुबीर सिंह, लिपिक सुशील कुमार, विजय कुमार, सतपाल शर्मा, कर्म सिंह, बालकिशन, चालक विजय कुमार, प्यारे लाल सहित अन्य कर्मचारियों ने दोनों को पदोन्नति होने पर हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई दी। 
🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷
घरौंडा दर्पण टीम व वरिष्ठ पत्रकार डॉ प्रवीण कौशिक की ओर से बहुत बहुत बधाई
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹

Sunday, 20 February 2022

भारत विकास परिषद् के रक्तदान शिविर में 68 लोगों ने किया रक्तदान

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी संगीता शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की। रक्तदान शिविर में युवाओं में भारी जोश दिखाई दिया।
घरौंडा:डॉ प्रवीण कौशिक
भारत विकास परिषद शाखा घरौंडा ने सनातन धर्म मंदिर में रक्तदान शिविर लगाया।  शिविर ब्लड बैंक करनाल एवं रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से लगाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी संगीता शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके कार्यक्रम की शुरूआत की। रक्तदान शिविर में युवाओं में भारी जोश दिखाई दिया। शिविर में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर भाग लिया। आज के शिविर में 86 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया, उसमें से 68 यूनिट ब्लड एकत्रित किया गया। कुछ लोगों की बीपी एवं अन्य समस्याओं के कारण ब्लड नहीं लिया गया।
 शाखा अध्यक्ष राहुल गर्ग ने वहां पर पहुंचें सभी डॉक्टर्स, रक्त दाताओं, भारत विकास परिषद के सभी पूर्व अध्यक्ष और सदस्यों, शहर से आए गणमान्य व्यक्तियों का धन्यवाद किया। डॉक्टर संजीव द्वारा लोगों को रक्तदान करने के फायदे बताए गए। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि भारत विकास परिषद निरंतर इस तरह समाजिक  कार्य करती रहती है, जो सराहनीय है। कार्यक्रम के प्रकल्प प्रमुख राजेश जैन एवं चांद पहल रहे। इस कार्यक्रम में अध्यक्ष राहुल गर्ग, सचिव वरुण गुप्ता,  उपाध्यक्ष अरुण धीमान, सहसचिव मनीष गुप्ता, प्रांतीय महासचिव धीरज भाटिया, प्रांतीय स्थाई प्रकल्प प्रमुख विक्रांत राणा, निवर्तमान अध्यक्ष नरेंद्र राणा, पूर्व अध्यक्ष विजय गर्ग, कपिल गुप्ता, राजेश जैन, राजिंदर गोयल, डॉ. मुकेश अग्रवाल, ललित शर्मा, महिला प्रमुख मीनू शर्मा, महिला सदस्य मीनू गुप्ता, कीर्ति सचदेवा, पुरुष सदस्य हरीश गुप्ता, दीपक शर्मा, अनिल ठकराल, पुनीत चुघ, सुभाष गर्ग व अन्य मौजूद रहे।

Saturday, 19 February 2022

विधायक हरविंद्र कल्याण ने ट्रैफिक लाइट व्यवस्था का लिया जायजा। https://fb.watch/bgOrMvOfiQ/

लोगों ने रखी ट्रैफिक पुलिस और सीसीटीवी की डिमांड, विधायक ने लोगों से की ट्रेफिक नियमों का पालन करने की अपीलघरौंडा,प्रवीण कौशिक
शहर के रेलवे रोड चौक पर ट्रैफिक लाइट शुरू हो गई है। विधायक हरविंद्र कल्याण ने रेलवे रोड चौंक पहुंचकर ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जहां उन्होंने ट्रैफिक की प्रोसेसिंग चैक की और लोगों से भी फीडबैक लिया। विधायक के सामने लोगों ने चौक पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने तथा ट्रैफिक पुलिस की ड्यूटी लगाने की डिमांड रखी। विधायक हरविंद्र कल्याण ने लोगों के विचारों को सुना और ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि ट्रैफिक नियमों का पालन करें ताकि स्वयं के साथ-साथ दूसरे भी सुरक्षित रहें।
रेलवे रोड चौक पर ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए नगरपालिका ने करीब 13 लाख रुपए की लागत से ट्रैफिक लाइट लगवाई है। शनिवार को विधायक हरविंद्र कल्याण ट्रैफिक व्यवस्था का जायजा लेने के लिए पहुंचें। विधायक ने स्वंय डेढ घंटे तक चौक पर खड़े होकर स्थिति जांची। विधायक के सामने ही बहुत से वाहन चालक रेड लाइट के बावजूद नियमों को ताक पर रखकर क्रोसिंग करते दिखाई दिए, जबकि कुछ वाहन चालकों ने ट्रैफिक नियमों का पालन भी किया और रेड लाइन होने पर रूके और ग्रीन होने पर चल पड़े। इसके साथ ही दोनों साइडों में ट्रैफिक लाइट की टाइमिंग पर भी ध्यान दिया गया। जिसमें सामने आया कि ज्यादा टाइम होने की वजह से वाहनों की लंबी कतारें लग रही है। जिसको कम किए जाने पर भी मंथन किया गया, ताकि ट्रैफिक सुचारू रूप से चले। इसके अलावा जेब्रा क्रॉसिंग भी सड़क पर लगवाई जाएगी। जिससे वाहन चालक एक निश्चित दूरी पर रूके। शहरवासियों ने भी विधायक के सामने सीसीटीवी व पुलिस की व्यवस्था चौक पर करवाए जाने की डिमांड रखी।
 शहरवासी डॉ प्रवीण कौशिक, मोहिंद्र सोनी, राजेंद्र भट्ट, रविंद्र राणा, अंकित, नरेश, देवेंद्र व अन्य का कहना है कि ट्रैफिक लाइट की डिमांड कई दशक पुरानी है। जिस पर बीजेपी के शासनकाल में मुहर लगी। विधायक के प्रयास से ट्रैफिक लाइट का सपना साकार हो पाया है। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिस और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी जरूरी है। वहीं विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि ट्रैफिक लाइट लग चुकी है। अब ट्रैफिक नियमों का पालन करना प्रत्येक व्यक्ति और वाहन चालक की जिम्मेदारी बनती है। मौके का मुआयना किया गया है, जिसमें कुछ डिमांड भी लोगों ने रखी है। जिन पर मंथन किया जाएगा और ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में कदम उठाए जाएंगें।इस मौके पर नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा, पूर्व चेयरमैन व स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर सुभाष गुप्ता,स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर डॉ प्रवीण कौशिक, स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर महेंद्र सोनी, पूर्व मंडी प्रधान सुशील गर्ग, स्वच्छता ब्रांड अम्बेसडर पवन जैन, संजीव सैन, रोहित भंडारी, देवेंद्र कौशिक व अन्य मौजूद रहे।

प्रोपर्टी आईडी को लेकर नगरपालिका लगा रही है 21 फरवरी से 28 फरवरी तक विशेष कैंप, https://fb.watch/bgMFfzFN-B/

प्रोपर्टी आईडी की गलतियों को सुधारने का मौका, एक अप्रैल से लागू होगा नया प्रोपर्टी टैक्सघरौंडा : प्रवीण कौशिक
प्रोपर्टी आईडी की त्रुटियों को दुरूस्त करवाने को लेकर नगरपालिका एक विशेष कैंप लगा रही है। जिसमें कोई भी मकान मालिक अपनी प्रोपर्टी आईडी से जुड़ी त्रुटि को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकता है। 21 फरवरी से 28 फरवरी तक चलने वाले कैंप में नगरपालिका कर्मचारी की टीम भी कंपनी के कर्मचारियों का पूरा सहयोग करेगी। अधिकारियों की माने तो यदि कैंप के दौरान भी कोई व्यक्ति अपनी प्रोपर्टी आईडी से जुड़ी गलती को ठीक नहीं करवाता है तो एक अप्रैल से नया प्रोपर्टी टैक्स लागू हो जाएगा और प्रोपर्टी मालिक को उसी नियम के तहत भुगतान करना होगा।
प्रोपर्टी टैक्स का नया सर्वे करवाने के लिए सरकार ने यासी कंसलटेंसी एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी थी।  प्राइवेट एजेंसी ने ड्रोन व्यू व व्यक्तिगत तौर पर पूरे शहर की प्रोपर्टी का सर्वे किया और अस्समेंट नोटिस बांटे। अधिकारियों की माने तो कुल 11395 प्रोपर्टी शहर में है। जिनमें से एजेंसी द्वारा 10 हजार 370 प्रोपर्टी मालिकों को अस्समेंट नोटिस बांटे थे। जिसमें से 1535 लोगों ने अपने दावे व आपत्तियां दर्ज करवाई है। जबकि 1025 लोगों ने नोटिस नहीं लिए। अधिकारियों की माने तो यदि नोटिस में प्रोपर्टी से जुड़ी किसी तरह की गलती है, चाहे वह नाम से संबंधित हो या फिर एड्रेस से संबंधित, वह नगरपालिका कार्यालय में आकर उस गलती को दुरूस्त करवा सकता है। लाल डोरे में आने वाली प्रोपर्टी को लेकर कुछ दिक्कतें सामने आई और व्यवस्थाओं को लेकर भी परेशानियां सामने आई। नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा ने यासी एजेंसी के अधिकारियों के साथ बातचीत की है और कुछ दिक्कतों का समाधान भी निकाला है तो लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े। 
नपा सचिव रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि लाल डोरे वाले प्रोपर्टी मालिक अपना पुराना रिकॉर्ड लेकर आ सकते है, उसी के आधार पर प्रोपर्टी आईडी तैयार की जाएगी। इसके साथ ही 21 फरवरी से 28 फरवरी तक विशेष कैंप लगाया जाएगा। जिसमें प्रोपर्टी आईडी बनवाने वाले व्यक्ति अपनी जमीन या मकान संबंधी त्रुटि को ठीक करवा सकते है अथवा अपने दावे या आपत्तियां दर्ज करवा सकते है। लोगों की सहायता के लिए नगरपालिका के कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जाएगी।

Friday, 18 February 2022

हिंदुत्व ही नही राष्ट्रीयता के पोषक थे मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी - डॉ मुकेश अग्रवाल,घरौंडा

डॉ मुकेश अग्रवाल की कलम से....
जयंती पर विशेष
शिवाजी राजे भोंसले पश्चिमी भारत के मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे, उनका जन्म 19 फ़रवरी 1630  
एवं मृत्यु 3 अप्रैल 1680 को हुई थी। शिवाजी के पिता का नाम शाहजी भोंसले और माता का नाम जीजाबाई था। सेनानायक के रूप में शिवाजी की महानता निर्विवाद रही है। शिवाजी भारत के महान् योद्धा एवं रणनीतिकार थे, जिन्होंने 1674 ई. में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी। उन्होंने कई वर्ष औरंगज़ेब के मुग़ल साम्राज्य से संघर्ष किया। सन 1674 में रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वे छत्रपति बने। शिवाजी ने अपनी अनुशासित सेना एवं सुसंगठित प्रशासनिक इकाइयों की सहायता से एक योग्य एवं प्रगतिशील प्रशासन प्रदान किया। उन्होंने समर-विद्या में अनेक नवाचार किये तथा छापामार युद्ध की नयी शैली (शिवसूत्र) को विकसित किया। उन्होंने प्राचीन हिन्दू राजनैतिक प्रथाओं तथा दरबारी शिष्टाचारों को पुनर्जीवित किया और फ़ारसी के स्थान पर मराठी एवं संस्कृत को राजकाज की भाषा बनाया।

हिंदवी स्वराज्य की अवधारणा:

1645 ई. में किशोर शिवाजी ने प्रथम बार हिंदवी स्वराज्य की अवधारणा दादाजी नरस प्रभु के समक्ष प्रकट की। शिवाजी प्रभावशाली कुलीनों के वंशज थे। उस समय भारत पर मुस्लिम शासन था। उत्तरी भारत में मुग़लों तथा दक्षिण में बीजापुर और गोलकुंडा में मुस्लिम सुल्तानों का, ये तीनों ही अपनी शक्ति के ज़ोर पर शासन करते थे और प्रजा के प्रति कर्तव्य की भावना नहीं रखते थे। शिवाजी की पैतृक जायदाद बीजापुर के सुल्तान द्वारा शासित दक्कन में थी। उन्होंने मुसलमान शासकों द्वारा किए जा रहे दमन और धार्मिक उत्पीड़न को इतना असहनीय पाया कि 16 वर्ष की आयु तक पहुँचते-पहुँचते उन्हें विश्वास हो गया कि हिन्दुओं की मुक्ति के लिए ईश्वर ने उन्हें नियुक्त किया है। उनका यही विश्वास जीवन भर उनका मार्गदर्शन करता रहा।

औरंगजेब से संधि:
 
पुरन्दर की संधि के दौरान अपनी सुरक्षा का पूर्ण आश्वासन प्राप्त कर शिवाजी आगरा के दरबार में मुग़ल बादशाह औरंगज़ेब से मिलने के लिए तैयार हो गये। वह 9 मई, 1666 ई. को अपने पुत्र शम्भाजी एवं 4000 मराठा सैनिकों के साथ मुग़ल दरबार में उपस्थित हुए। मुग़ल दरबार में बादशाह औरंगज़ेब द्वारा उचित सम्मान न प्राप्त करने पर शिवाजी ने भरे हुए दरबार में औरंगज़ेब को 'विश्वासघाती' कहा, जिसके परिणमस्वरूप औरंगज़ेब ने शिवाजी एवं उनके पुत्र को 'जयपुर भवन' में क़ैद कर दिया। वहाँ से शिवाजी 13 अगस्त, 1666 ई. को फलों की टोकरी में छिपकर फ़रार हो गये और 22 सितम्बर, 1666 ई. को रायगढ़ पहुँचे। जसवंत सिंह की मध्यस्थता से 9 मार्च, 1668 ई. को पुनः शिवाजी और मुग़लों के बीच सन्धि हुई। इस संधि के बाद औरंगज़ेब ने शिवाजी को जागीर दी तथा उनके पुत्र शम्भाजी को पुनः उसका मनसब 5000 प्रदान कर दिया।

राज्याभिषेक एवं छत्रपति की उपाधि:
 
सन 1674 तक शिवाजी ने उन सारे प्रदेशों पर अधिकार कर लिया था, जो पुरन्दर की संधि के अन्तर्गत उन्हें मुग़लों को देने पड़े थे। पश्चिमी महाराष्ट्र में स्वतंत्र हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के बाद शिवाजी ने अपना राज्याभिषेक करना चाहा, परन्तु ब्राह्मणों ने उनका घोर विरोध किया। विभिन्न राज्यों के दूतों, प्रतिनिधियों के अलावा विदेशी व्यापारियों को भी इस समारोह में आमंत्रित किया गया। शिवाजी ने छत्रपति की उपाधि ग्रहण की। काशी के पण्डित विशेश्वर जी भट्ट को इसमें विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था, पर उनके राज्याभिषेक के 12 दिन बाद ही उनकी माता का देहांत हो गया। इस कारण से 4 अक्टूबर, 1674 ई. को दूसरी बार उनका राज्याभिषेक हुआ। दो बार हुए इस समारोह में लगभग 50 लाख रुपये खर्च हुए। इस समारोह में हिन्दू स्वराज की स्थापना का उद्घोष किया गया था। विजयनगर के पतन के बाद दक्षिण में यह पहला हिन्दू साम्राज्य था। एक स्वतंत्र शासक की तरह उन्होंने अपने नाम का सिक्का चलवाया। इसके बाद बीजापुर के सुल्तान ने कोंकण की विजय के लिए अपने दो सेनाधीशों को शिवाजी के विरुद्ध भेजा, पर वे असफल रहे।
 
मराठा साम्राज्य की स्थापना:

अपनी मृत्यु से पूर्व ही शिवाजी ने मुग़लों, बीजापुर के सुल्तान, गोवा के पुर्तग़ालियों और जंजीरा स्थित अबीसिनिया के समुद्री डाकुओं के प्रबल प्रतिरोध के बावजूद दक्षिण में एक स्वतंत्र हिन्दू राज्य की स्थापना कर दी थी। धार्मिक आक्रामकता के युग में वह लगभग अकेले ही धार्मिक सहिष्णुता के समर्थक बने रहे थे। उनका राज्य बेलगांव से लेकर तुंगभद्रा नदी के तट तक समस्त पश्चिमी कर्नाटक में विस्तृत था। इस प्रकार शिवाजी एक साधारण जागीरदार के उपेक्षित पुत्र की स्थिति से अपने पुरुषार्थ द्वारा ऐसे स्वाधीन राज्य के शासक बने, जिसका निर्माण स्वयं उन्होंने ही किया था। उन्होंने उसे एक सुगठित शासन-प्रणाली एवं सैन्य-संगठन द्वारा सुदृढ़ करके जन साधारण का भी विश्वास प्राप्त किया। जिस स्वतंत्रता की भावना से वे स्वयं प्रेरित हुए थे, उसे उन्होंने अपने देशवासियों के हृदय में भी इस प्रकार प्रज्वलित कर दिया कि उनके मरणोंपरान्त औरंगज़ेब द्वारा उनके पुत्र का वध कर देने, पौत्र को कारागार में डाल देने तथा समस्त देश को अपनी सैन्य शक्ति द्वारा रौंद डालने पर भी वे अपनी स्वतंत्रता बनाये रखने में समर्थ हो सके। उसी से भविष्य में विशाल मराठा साम्राज्य की स्थापना हुई। शिवाजी यथार्थ में एक व्यावहारिक और आदर्शवादी व्यक्ति थे।
 
शिवाजी का व्यक्तित्व:
 
भारत के जिन वीरों ने अपनी असाधारण वीरता, त्याग और बलिदान से भारतभूमि को धन्य किया है, उनमें वीर शिवाजी का नाम अग्रगण्य है। मातृभूमि भारत की स्वतन्त्रता एवं गौरव के रक्षक वीर शिवाजी एक साहसी सैनिक, दूरदर्शी इंसान, सतर्क व सहिष्णु देशभक्त थे। उनकी चारित्रिक श्रेष्ठता, दानशीलता के अनेक उदाहरण गौरवगाथा के रूप में मिलते हैं। वे महाराष्ट्र के ही नहीं, समूची मातृभूमि के सेवक थे। वे हिन्दुत्व के नहीं, राष्ट्रीयता के पोषक रहे थे।

समर्पित एवं उदार हिन्दू:

शिवाजी एक समर्पित हिन्दू होने के साथ-ही-साथ धार्मिक सहिष्णु भी थे। उनके साम्राज्य में मुसलमानों को पूरी तरह से धार्मिक स्वतंत्रता प्राप्त थी। कई मस्जिदों के निर्माण के लिए शिवाजी ने अनुदान दिया। उनके मराठा साम्राज्य में हिन्दू पण्डितों की तरह मुसलमान सन्तों और फ़कीरों को भी पूरा सम्मान प्राप्त था। उनकी सेना में मुसलमान सैनिक भी थे। शिवाजी हिन्दू संस्कृति को बढ़ावा देते थे। पारम्परिक हिन्दू मूल्यों तथा शिक्षा पर बल दिया जाता था। वह अपने अभियानों का आरंभ भी अकसर दशहरा के अवसर पर करते थे।

आदर्श पुत्र:

शिवाजी की माता, जो स्वतंत्र विचारों वाली हिन्दू कुलीन महिला थीं, ने जन्म से ही उन्हें दबे-कुचले हिंदुओं के अधिकारों के लिए लड़ने और मुस्लिम शासकों को उखाड़ फैंकने की शिक्षा दी थी। छत्रपति शिवाजी महाराज को अपने पिता से स्वराज की शिक्षा मिली, जब बीजापुर के सुल्तान ने शाहजी भोंसले को बन्दी बना लिया तो एक आदर्श पुत्र की तरह उन्होंने बीजापुर के शाह से सन्धि कर शाहजी को छुड़वा लिया। इससे उनके चरित्र में एक उदार अवयव नजर आता है।शाहजी के मरने के बाद ही उन्होंने अपना राज्याभिषेक करवाया।
 
उत्तम कूटनीतिज्ञ:

वह एक अच्छे सेनानायक के साथ एक अच्छे कूटनीतिज्ञ भी थे। कई जगहों पर उन्होंने सीधे युद्ध लड़ने की बजाय युद्ध से भाग लिया था। लेकिन यही उनकी कूटनीति थी, जो हर बार बड़े से बड़े शत्रु को मात देने में उनका साथ देती रही। शिवाजी महाराज की "गनिमी कावा" नामक कूटनीति, जिसमें शत्रु पर अचानक आक्रमण करके उसे हराया जाता है, विलोभनियता से और आदरसहित याद किया जाता है। 
प्रस्तुति:-

छत्रपति शिवाजी
-------------------

ओढ़ी चादर राष्ट्रवाद की
जीत का शंख बजा दिया
हिंदवी की कल्पना का
बीज जिसने उगा दिया

ता उम्र सीना कर चौड़ा
लड़ता रहा एक सिंह सा
औरंगजेब सा शासक भी
अपने आगे झुका दिया

गोरिल्ला युद्ध मे जिससे
कभी ना जीत पाया कोई
युद्ध की एक नई शैली से 
सब का दर्प गिरा दिया

कभी दूध जीजा माता का
जिस ने ना लजने दिया
मस्तक पिता का अपने
ऊंचा कर के दिखा दिया

नमन उस वीरता को आज
आओ हम सब मिलके करें
जिसने शिवाजी मराठे को
छत्रपति महाराज बना दिया

-- डॉ मुकेश अग्रवाल

बीजना गांव के समीप सड़क पर खेल रहे चार बच्चों को तेज रफ्तार से आ रही कार ने कुचला

घरौंडा, प्रवीण कौशिक
बीजना गांव के समीप सड़क पर खेल रहे चार बच्चों को तेज रफ्तार से आ रही कार ने कुचल दिया। कार दुर्घटना मे दो बच्चों क़ी मौक़े पर ही मौत हो गयी, जबकि दो अन्य बुरी तरह घायल हो गए। घायलों को करनाल के कल्पना चावला अस्पताल मे दाखिल करवाया गया है। गुस्साए ग्रामीणों ने मूनक करनाल मार्ग को जाम कर दिया। सुचना मिलते ही पुलिस मौक़े पर पहुंच गई। और ग्रामीणों को समझा कर जाम खुलवाया व कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कार्यवाही आरम्भ कर दी है।
शुक्रवार को देर शाम बीजना गांव मे सिंगला भट्टे पर कार्यरत श्रमिक वकील के दो बच्चे साहिल 13 सोहिल 7 व रहिस के  लड़का अन्नू 12 व लड़की आलिया 3 साल  सड़क किनारे खेल रहे तो करनाल क़ी और तेज गति से जा रही डिजायर कार ने चारों बच्चो को कुचल दिया। दुर्घटना होते ही भट्टे कर कार्य करने वाले श्रमिक व ग्रामीण मौक़े पर पहुंच गए और घटना स्थल पर चीख पुकार मच गई। ग्रामीणों के अनुसार साहिल और सोहिल क़ी मौक़े पर ही मौत हो गई। और अन्नू व आलिया को गंभीर अवस्था मे करनाल के कल्पना चावला अस्पताल मे दाखिल करवाया गया है। जैसे ही दुर्घटना क़ी सुचना ग्रामीणों को लगी वे भी भारी संख्या मे मौक़े पर पहुंच गए और रोष स्वरूप मुनक  करनाल मार्ग जाम कर दिया। घटना क़ी सुचना मिलते ही डीएसपी विजय देशवाल समेत पुलिस मौक़े पर पहुंच गईऔर ग्रामीणों को समझा कर जाम खुलवाया गया।पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी है।
गांव बीजना के पास एक कार चालक ने चार बच्चो को कुचल दिया था जिसमे दो सगे भाइयो क़ी मौत हो गई व दो घायल हुए है परिजनों क़ी शिकायत पर कार चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरम्भ कर दी है।
--- तरसेम सिंह
थाना प्रभारी सदर करनाल ..

बरसत में पानी की निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने किया काम शुरू

आश्वासन के अनुसार  तीन दिन के अंदर पानी की निकासी का हल करने का कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों ने विधायक हरविंद्र कल्याण का आभार जताया है।
घरौंडा:प्रवीण कौशिक
गांव बरसत में पानी की निकासी की समस्या से निजात दिलाने के लिए प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है।ग्रामीणों का कहना है कि पानी निकासी की समस्या का हल होने से गांव बरसत के साथ -साथ दर्जनों गांवों के ग्रामीणों को फायदा मिलेगा। विधायक कल्याण के निर्देश पर प्रशासन ने तीन दिन के अंदर पानी की निकासी का हल करने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया गया था।जिसके चलते गांव में नालों की सफाई का कार्य जेसीबी से शुरू करवा दिया है। आश्वासन के अनुसार  तीन दिन के अंदर पानी की निकासी का हल करने का कार्य शुरू होने पर ग्रामीणों ने विधायक हरविंद्र कल्याण का आभार जताया है।
बता दें कि गांव बरसत में पानी की निकासी की समस्या काफी दिनों से चली आ रही थी।ग्रामीणों ने पानी की निकासी के लिए अधिकारियों को गुहार भी लगाई थी, लेकिन समस्या का हल नहीं हो रहा था।जिसके चलते ग्रामीणों ने गत सोमवार की सांय बरसत-कलहेड़ी रोड को बंद करके सड़क पर ही चारपाई बिछाकर बैठ गए थे।ग्रामीणों ने ऐलान कर दिया था कि जब तक समस्या का हल नही होता, तब तक सड़क ही बैठे रहेंगे।जैसे ही मामला विधायक हरविंद्र कल्याण के सामने आया, तो उन्होंने मंगलवार को सुबह एसडीएम अभय सिंह जांगड़ा व अन्य विभाग के संबधित अधिकारियों सहित अपने निजी सहयोगियों को भेजा।
एसडीएम अजय जांगड़ा  ने ग्रामीणों से बातचीत की और दो-तीन दिन के अंदर पानी निकासी का हल कराने का आश्वासन दिया था।जिसके चलते गांव में पानी निकासी का हल करने के लिए कार्य पूरे जोरों से शुरू हो चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि विधायक कल्याण व  प्रशासन ने जो आश्वासन दिया था उसी के चलते गांव में पानी की निकासी का हल करने का कार्य शुरू हो चुका है जिससे ग्रामीणों की कठिनाईयॉ कम होगीं। वही पब्लिक हेल्थ विभाग के एसडीओ रविन्द्र सिंह ने बताया कि गांव बरसत को माहग्राम  योजना में शामिल किया गया है।जिसमें जल्दी ही सीवर लाइन बिछाई जाएगी।जिससे पानी निकासी का स्थायी हल हो जाएगा।
क्या कहते हैं विधायक हरविंद्र कल्याण:-
बरसत गांव में पानी की निकासी की पिछले कुछ महीनों से दोबारा दिक़्क़त आई है। जिसके स्थायी समाधान की योजना लगभग अन्तिम चरण में है। मैंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि तब तक महाग्राम योजना के अन्तर्गत काम शुरू नहीं होता तब तक कोई अस्थायी हल निकाला जाए।मैंने ग्रामवासियों से भी अपील की है कि अगर पानी निकालने के लिए साथ लगती ज़मीन की ज़रूरत पड़ती है तो उसके लिए प्रशासन का सहयोग करें।

रमन भट्ठे पर सीएम फ्लाईंग का छापा

गढी मुल्तान के पास रमन भट्ठे पर सीएम फ्लाईंग का छापा, भारी मात्रा में मिला कार्बन डस्ट, कोयले में मिलाकर किया जाता है इस्तेमाल, चालू हालत में मिला भट्ठा, एनजीटी ने एक मार्च तक लगाई है भट्ठो पर रोकघरौंडा:प्रवीण कौशिक
मुख्यमंत्री उडऩदस्ते ने गढ़ी मुल्तान के नजदीक रमन भट्ठे पर छापा मारा। सीएम फ्लाईंग को भट्ठा चालू हालत में मिला। इतना ही नहीं पर्यावरण के लिए सबसे बड़ा खतरा माने जाने वाला कार्बन भी भारी मात्रा में भट्ठे से बरामद हुआ है। इस कार्बन का इस्तेमाल कोयले में मिलाकर किया जा रहा था। प्रदूषण विभाग के अधिकारियों की माने तो गैर कानूनी तरीके से भट्ठा चलाया जा रहा था। कार्बन भी यहां से मिला है। कार्बन को कब्जे में लिया जाएगा और आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।एनजीटी के आदेश अनुसार एक मार्च तक हरियाणा में ईंट भट्ठे बंद किए गए है, लेकिन कुछ भट्ठा मालिक सरकारी आदेशों को ठेंगा दिखाकर कार्य कर रहे है। शुक्रवार को सीएम फ्लाईंग को गढ़ी मुल्तान गांव के पास रमन भट्ठा कंपनी कार्य चलने की जानकारी मिली। जिसके बाद सीएम फ्लाईंग की टीम हरकत में आ गई। सीएम फ्लाईंग अधिकारी राजेंद्र शर्मा व राज सिंह के नेतृत्व में प्रदूषण विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, गुप्तचर विभाग व पुलिस डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने रमन भट्ठे पर छापा मारा। टीम ने पूरे भट्ठे का जायजा लिया। जहां भ_ा श्रमिकों द्वारा ईंट भरने का काम किया जा रहा था। लगभग 70 प्रतिशत भट्ठा ईंटों से भरा हुआ था। भ_े में  कर्मचारियों द्वारा कोयले के साथ-साथ कार्बन डस्ट का भी इस्तेमाल किया जा रहा था। करीब 40 टन कार्बन डस्ट मिला है।प्रदूषण विभाग के एसडीओ निपुण गुप्ता की माने तो किसी भी भट्ठे पर कार्बन का इस्तेमाल नहीं किया सकता है। करीब 40 टन कार्बन यहां से मिला है। जो ना सिर्फ पर्यावरण बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी घातक है। इसके अतिरिक्त सरकार ने भट्ठा चलाने पर बैन लगाया हुआ है। उसके बावजूद भी भट्ठा चल रहा था। कार्बन डस्ट को कब्जे में लेने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी और भट्ठा मालिक के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई होगी। वहीं सीएम फ्लाईंग अधिकारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि एनजीटी के आदेश है कि भट्ठो को नहीं चलाया जा सकता है। कार्बन भी काफी मात्रा में मिला है। कार्बन को लेकर कार्रवाई पॉल्युशन विभाग करेगा। डीएफएससी विभाग भट्ठा मालिक को नोटिस देेंगे, अगर इसके बाद भी भट्ठा बंद नहीं किया, तो उसके बाद एफआईआर होगी। फूड सप्लाई डिपार्टमेंट के एएफएसओ सुभाष चंद्र का कहना है कि एक मार्च तक भट्ठे बंद है। भट्ठा मालिकों को पहले ही नोटिस जारी किए हुए है। बावजूद उसके भट्ठा चालू हालत में मिला है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जाएगी, आदेशों के अनुसार ही कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...