27 जनवरी को टोहाना में शहीद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के परिजनों को एक सम्मान समारोह मेें मंच करेगा सम्मानित
कुरुक्षेत्र/घरौंडा, प्रशांत प्रवीण कौशिक
भारतीय पत्रकार कल्याण मंच (रजि.) मुख्यालय: कुरुक्षेत्र ने स्व. पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के नाम से प्रत्येक वर्ष पत्रकारिता के क्षेत्र में निर्भीक पत्रकारिता करने वाले पत्रकार को अवार्ड देने की घोषणा की है। इसको लेकर कुरुक्षेत्र के नीलकंठी यात्री निवास में मंच से जुड़े पत्रकारों की एक बैठक बुलाई गई। बैठक में भारतीय पत्रकार कल्याण मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री की अध्यक्षता में सर्व सम्मति से यह भी फैसला लिया गया कि मंच द्वारा स्व. शहीद पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के परिजनों को सम्मानित किया जाएगा।
बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री ने कहा कि 27 जनवरी को टोहाना में रामचंद्र छत्रपति के बलिदान को लेकर एक सम्मान समारोह का आयोजन किया जा रहा है जिसमें 16 वर्षों तक न्याय की लड़ाई लडऩे वाले रामचंद्र छत्रपति के पुत्र अंशुल छत्रपति को रामचंद्र छत्रपति अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा और उनके पूरे परिवार को मंच की ओर से विशेष तौर पर सम्मान दिया जाएगा। इसके साथ ही सच लिखने पर डेरा समर्थकों के हमले का शिकार हुए पत्रकार मदन बंसल को भी विशेष तौर पर सम्मानित किया जाएगा।
गौरतलब है कि वर्ष 2002 में अपने दैनिक सांध्य में सबसे पहले डेरे के अंदर हो रहे कारनामों में उजागर करने का काम पत्रकार रामचंद्र छत्रपति ने किया था जिसकी कीमत रामचंद्र छत्रपति को अपनी जान खोकर चुकानी पड़ी। खबर प्रकाशित होने के बाद डेरा प्रमुख व उसके समर्थक तिलमिला गए थे और उनके परिवार के सामने छत्रपति को गोलियों से भून डाला था जिसकी लंबी लड़ाई उनके पुत्र अंशुल छत्रपति ने लड़ी और 16 वर्षो के न्याय युद्ध के बाद आखिर सच की जीत हुई और डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को रामचंद्र छत्रपति की हत्या का दोषी पाया गया और न्यायालय द्वारा उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई गई। इसी तरह से दैनिक सांध्य समाचार पत्र निकालने वाले टोहाना के पत्रकार मदन बसंल पर भी उस समय डेरे की गतिविधियों बारे समाचार प्रकाशित करने पर डेरा समर्थकों द्वारा जानलेवा हमला किया गया था। उनके कार्यालय को तोड़ दिया गया था और उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। संयोगवश उनकी जान बच गई थी। उसके बाद भी पत्रकार मदन बंसल को डेरा की तरफ से सच लिखने पर जान से मारने की धमकियां मिलती रही। इस पर सरकार ने पत्रकार मदन बंसल को सरकारी सुरक्षा मुहैया करवाई थी लेकिन पत्रकार मदन बंसल की लेखनी सच लिखने से पीछे नही हटी। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री ने बताया कि कुरुक्षेत्र से पत्रकारों को लेकर वाहन सुबह के समय टोहाना के लिए रवाना होंगे। इसी प्रकार से प्रदेश भर के अन्य जिलों से भी पत्रकार टोहाना के इस समारोह में अधिक से अधिक संख्या में रामचंद्र छत्रपति अवार्ड समारोह में पहुंचेंगे। बैठक में डेरा समर्थकों की कड़े शब्दो में निंदा की जो इस मामले में भारतीय पत्रकार कल्याण मंच द्वारा छत्रपति के परिजनों को सम्मानित करने की घोषणा के बाद से एक सोची समझी साजिश के तहत फेसबुक व अन्य सोशल मीडिया पर मंच एवं मंच के पदाधिकारियों के लिए अपमानजनक टिप्पणियां करने में लगे है। मंच ने निर्णय लिया कि भारतीय पत्रकार कल्याण मंच फेसबुक पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले एवं उनकी टिप्पणियों को लाइक करने वाले लोगों के खिलाफ न्यायालय में केस दायर करेगा। इतना ही नही यदि किसी भी डेरा समर्थक ने मंच एवं मंच के सदस्य को स्व. रामचंद्र छत्रपति के परिजनों को सम्मानित करने से रोकने की कोशिश की या किसी सदस्य के साथ अभद्र व्यवहार किया तो उनके खिलाफ पुलिस में भी मामले दर्ज करवाए जांएगे। बैठक में रहस्योदघाटन किया गया कि मंच ने उस व्यक्ति का भी पता लगा लिया है जो मंच को बिना वजह बदनाम करने के लिए लोगों को उकसाने में लगा है। मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री ने मुख्यमंत्री हरियाणा व पुलिस महानिदेशक से मांग की है तो 27 जनवरी को टोहाना में होने वाले मंच के कार्यक्रम में मंच को पुलिस सुरक्षा प्रदान करवाए ताकि स्व. पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के परिजनों को सम्मानित किया जा सके। बैठक के अंत में सभी पत्रकारों ने पिहोवा से पूर्व मंत्री एवं इनेलो विधायक जसविंद्र सिंह संधू के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
बैठक में महासचिव मेवा सिंह राणा, चंडीगढ़ से वरिष्ठ पत्रकार एवं मंच के सक्रिय सदस्य राजेश चौहान, जिला प्रधान सतनाम सिंह, जिला उपाध्यक्ष विकास बत्तान, जिला महासचिव डा. राजेश वधवा, सतीश चौहान, संजीव बंसल, चंद्र अग्रवाल, संजय गर्ग, देसराज भटनागर, तरूण वधवा, सुनील कुमार, राकेश कश्यप, तरावड़ी से कर्ण बुटी व सचिन सचदेवा मौजूद रहे।
मौन रखा...
पूर्व मंत्री एवं इनेलो के पिहोवा से विधायक जसविंद्र सिंह संधू के आकस्मिक निधन पर दो मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि देते बीपीकेएम के सदस्य।
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