यूपी से आई गेंहू की ट्रेडिंग से सरकार को लगाया जा रहा करोड़ो रुपयों का चूना।
घरौंडा की तर्ज पर कुंजपुरा में भी हो रही गेंहू की ट्रेडिंग
कर्मचारी कर रहे है ट्रेडिंग से इनकार, जबकि यहाँ यूपी से आई ट्रालियां कुछ ओर ही बयाँ कर रही है
कुंजपुरा,शिव बत्रा
हाल ही में घरौंडा की मंडी में यूपी से आ रहे गेंहू की ट्रेडिंग का जबरदस्त खेल चल रहा था। जिसको लेकर नोडल अधिकारी द्वारा कारवाही करते हुए यूपी के गेहूं को वापस भेजा गया। इसी तर्ज पर जानकारी मिली है कि कुंजपुरा अनाज मंडी में चल रही यू.पी. गेंहू की ट्रेडिंग से सरकार को करोड़ो रुपयों का चूना लगाया जा रहा है। किसानों की फसल के लिए निर्धारित किये गए न्यूनतम समर्थन मूल्य का फायदा आढ़ती उठा रहे है। व्यापारियों द्वारा यूपी से मंगवाई गई सस्ती गेंहू को हरियाणा के किसानों के रजिस्ट्रेशन पर आढ़ती एमएसपी पर बेचने में लगे है। मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी मंडी गेट पर चेकिंग का दावा करते है, बावजूद इसके रोजाना हजारों किवंटल गेंहू की ट्रेडिंग हो रही है। गेंहू ट्रेडिंग का ये सिलसिला प्रतिदिन देर रात से शुरू होकर अलसुबह तक जारी रहता है। सरकार ने यूपी की गेंहू की खरीद को बंद किया हुआ है, फिर भी शनिवार की देर रात मंडी के बाहर आधा दर्जन से अधिक ट्रॉले व ट्रॉलियों में भरा हुआ यूपी से ट्रेडर्स का गेंहू मंडी पहुंचा, जिससे सुबह मंडी के बाहर जाम की स्थिति भी बनी रही। यूपी से बड़ी संख्या में ट्रॉलों व ट्रॉलियों की आवक से इस तरह की जाम की स्थिति रोजाना की रहती है। रविवार सुबह जब तक मार्किट कमेटी सुपरवाइज़र/अधिकारी के पंहुचने का समय होता है, तब तक कुछ बिना गेट पास के मंडी में दाखिल हुए ट्रॉलों को मजदूर आनन-फानन में खाली करने मे जुट गए। सूचना मिलने पर जब मार्किट कमेटी के कर्मचारी मौके पर पहुंचे लेकिन वे न तो गेंहू लाने वाले व्यक्ति को खोज पाए और न ही उन्हें गेंहू मंगवाने वाले आढ़ती के बारे में जानकारी मिली और कमेटी सुपरवाइज़र के सामने भी यूपी की गेंहू को हरियाणा के लोकल किसानों के आधार कार्ड आढ़तियों द्वारा दिखाकर ट्रॉलों व ट्रॉलियों को मंडी के अंदर ले कर जाते रहे।
जब इस बारे सुपरवाइज़र से सचिव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमित होने की वजह से वह छुट्टी पर है। यूपी से आई गेंहू बारे पूछा तो उन्होंने ऐसा होने से इनकार किया। गेट-पास काट रहे कर्मी ने भी इसको लेकर बताने से इनकार कर दिया। सस्ते गेंहू की ट्रेडिंग का यह खेल लागतार जारी है, बावजूद इसके अधिकारी/कर्मचारी ट्रेडर्स के होने से इनकार में लगे है। अनाज मंडी में लगे सी. सी.टी.वी. कैमरे लगे होने के बावजूद भी मंडी में ट्रेडिंग का खेल चल रहा है। दरअसल अनाज मंडियों में जारी यूपी के गेंहू की ट्रेडिंग ने मंडी व्यवस्था को पूरी तरह से बिगाड़ दिया है। मंडियों में उत्पन्न हुई बारदाने की शोर्टेज दरअसल बड़ी मात्रा में हो गेंहू की ट्रेडिंग का ही असर है।यूपी से गेंहू लेकर आये वाहनों को पोर्टल पर रजिस्टर्ड किसानो के नाम पर मंडी में एंट्री दी जाती है।
फोटो:कुंजपुरा में यूपी से आये गेंहू की ट्रालियां
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