घरौंडा : 30 अप्रैल,प्रवीण कौशिक
नगर के वार्ड नम्बर नौ से दस दिन से लापता युवक की रोहतक पीजीआई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
हो गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों का सौंप दिया। परिजनों ने युवक की हत्या की आशंका जताते हुए मामले की गहनता से जांच करने की और शव को लेकर सैंकड़ों महिला पुरूष पुलिस स्टेशन पहुंच गए। परिजन लगभग एक घंटे तक पुलिस थाना में डटे रहे और जमकर हंगामा किया। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद परिजन शव को लेकर लौट गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार वार्ड नम्बर नौ निवासी सूरजभान का पुत्र 19 वर्षीय नितिन कुमार 21 अप्रैल को अचानक लापता हो गया था। उन्होंने नितिन की कई दिन तक तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नही मिला। परिजनों ने नितिन को ढुंढने के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली। जिसके बाद उनको 28 अप्रैल को सूचना मिली कि नितिन रोहतक पीजीआई में एडमिट है। परिजन सूचना मिलने के बाद पीजीआई पहुंच गए। जहां उनको नितिन बेहोशी की हालत में मिला। जिसकी बाद में मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि नितिन की साजिश के तहत हत्या की गई है। क्योंकि नितिन को पहले भी जान से माने की धमकी मिलती रही है। वहीं थाना प्रभारी मनोज कुमार ने परिजनों का ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
> 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे हुए था लापता-
> मृतक नितिन की बहन सविता ने पुलिस को बताया कि बीती 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे उसका भाई संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था। पूरे परिवार ने नितिन को ईधर-उधर काफी तलाश किया, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नही लगा। 26 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अस्पताल में दाखिल नितिन की एक फोटो आई। उसके बाद वे करनाल अस्पताल में गए और पीजीआई रोहतक जांच पड़ताल की तो उन्हें नितिन बेहोशी की हालत में मिला। बाद में नितिन की पीजीआई रोहतक में मौत हो गई।
> 21 की शाम घरौंडा से हुआ था रेफर-
> मृतक की बहन सविता ने पुलिस को बताया कि वे अस्पताल में नितिन की जानकारी के लिए पहुंचें तो अस्पताल में 21 अप्रैल को शाम पांच बजकर 20 मिनट पर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसको करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया था और उसी रात उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस से पूछा कि जब घरौंडा अस्पताल में नितिन को लाया गया और अस्पताल से रेफर किया गया तो इसकी सूचना पुलिस के पास कैसे नही है? परिजनों के ब्यान के बाद पुलिस ने 21 अप्रैल की शाम 5.20 बजे की सीसीटीवी फुटेज लेने पहुंच गई।
> वर्जन-
> मृतक नितिन के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है लेकिन किसी पर कोई शक जाहिर नही किया। परिजनों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
> -मनोज कुमार, थाना प्रभारी घरौंडा।
नगर के वार्ड नम्बर नौ से दस दिन से लापता युवक की रोहतक पीजीआई में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
हो गई। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद परिजनों का सौंप दिया। परिजनों ने युवक की हत्या की आशंका जताते हुए मामले की गहनता से जांच करने की और शव को लेकर सैंकड़ों महिला पुरूष पुलिस स्टेशन पहुंच गए। परिजन लगभग एक घंटे तक पुलिस थाना में डटे रहे और जमकर हंगामा किया। थाना प्रभारी के आश्वासन के बाद परिजन शव को लेकर लौट गए।
प्राप्त जानकारी अनुसार वार्ड नम्बर नौ निवासी सूरजभान का पुत्र 19 वर्षीय नितिन कुमार 21 अप्रैल को अचानक लापता हो गया था। उन्होंने नितिन की कई दिन तक तलाश की लेकिन उसका कोई सुराग नही मिला। परिजनों ने नितिन को ढुंढने के लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली। जिसके बाद उनको 28 अप्रैल को सूचना मिली कि नितिन रोहतक पीजीआई में एडमिट है। परिजन सूचना मिलने के बाद पीजीआई पहुंच गए। जहां उनको नितिन बेहोशी की हालत में मिला। जिसकी बाद में मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि नितिन की साजिश के तहत हत्या की गई है। क्योंकि नितिन को पहले भी जान से माने की धमकी मिलती रही है। वहीं थाना प्रभारी मनोज कुमार ने परिजनों का ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
> 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे हुए था लापता-
> मृतक नितिन की बहन सविता ने पुलिस को बताया कि बीती 21 अप्रैल की सुबह 11 बजे उसका भाई संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गया था। पूरे परिवार ने नितिन को ईधर-उधर काफी तलाश किया, लेकिन उसका कहीं कोई सुराग नही लगा। 26 अप्रैल को सोशल मीडिया पर अस्पताल में दाखिल नितिन की एक फोटो आई। उसके बाद वे करनाल अस्पताल में गए और पीजीआई रोहतक जांच पड़ताल की तो उन्हें नितिन बेहोशी की हालत में मिला। बाद में नितिन की पीजीआई रोहतक में मौत हो गई।
> 21 की शाम घरौंडा से हुआ था रेफर-
> मृतक की बहन सविता ने पुलिस को बताया कि वे अस्पताल में नितिन की जानकारी के लिए पहुंचें तो अस्पताल में 21 अप्रैल को शाम पांच बजकर 20 मिनट पर अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया। हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसको करनाल कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कर दिया था और उसी रात उसे रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया गया। परिजनों ने पुलिस से पूछा कि जब घरौंडा अस्पताल में नितिन को लाया गया और अस्पताल से रेफर किया गया तो इसकी सूचना पुलिस के पास कैसे नही है? परिजनों के ब्यान के बाद पुलिस ने 21 अप्रैल की शाम 5.20 बजे की सीसीटीवी फुटेज लेने पहुंच गई।
> वर्जन-
> मृतक नितिन के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है लेकिन किसी पर कोई शक जाहिर नही किया। परिजनों की शिकायत पर जांच शुरू कर दी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सारी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।
> -मनोज कुमार, थाना प्रभारी घरौंडा।
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