घरौंडा : 25 अप्रैल
प्रवीण कौशिक
दिन रात यूपी का खनन माफिया भारी भरकम मशीनों से यमुना नदी को छलनी करने में लगा है। बैखोफ माफिया हरियाणा के किसानो की दर्जनों एकड़ भूमि से रेत का अवैध खनन कर रहा है। भूमि मालिक किसान कई बार खनन को रोकने की कोशिश कर चुके है।
किसानो का आरोप है की बंदूक की नोक पर खनन माफिया उनकी जमीनों से रेत निकाल रहे है लेकिन शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। किसानो की शिकायत के बाद हुई भूमि के निशानदेही में साबित हो चूका है की जिस भूमि पर अवैध खनन हो रहा है वह भूमि यूपी की नहीं बल्कि हरियाणा की है।
किसानो का आरोप है की बंदूक की नोक पर खनन माफिया उनकी जमीनों से रेत निकाल रहे है लेकिन शिकायत के बावजूद जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। किसानो की शिकायत के बाद हुई भूमि के निशानदेही में साबित हो चूका है की जिस भूमि पर अवैध खनन हो रहा है वह भूमि यूपी की नहीं बल्कि हरियाणा की है।
लालुपुरा इलाके में यमुना नदी के बीचो बीच रेत की अवैध माईनिंग की जा रही है। करीब आधा दर्जन से अधिक पोकलेन व जेसीबी मशीनों से दिन रात यमुना से रेत का खनन किया जा रहा है। बैखोफ माफिया के हिमाकत इस कदर बढ़ चुकी है की उन्होंने उत्तर प्रदेश की सीमा को लांगते हुए हरियाणा की भूमि से खनन शुरू कर रखा है। किसान कमल , मनीष व रोशन ने बताया की बीते करीब दो महीने से उनकी जमीनों से माईनिंग की जा रही है और अब तक उनकी दर्जनों एकड़ भूमि से खनन किया जा चूका है। किसानो ने आरोप लगाया की वे खनन कर रहे लोगो को रोकने के लिए भी गए थे लेकिन उन्हें बंदूक दिखा कर भगा दिया गया। इसके बाद किसानो ने इस मामले की शिकायत जिला प्रशासन की दी। किसानो की शिकायत पर भूमि की निशानदेही हो चुकी है। रिपोर्ट से स्पष्ट हो चूका है की जिस भूमि पर खनन किया जा रहा है वह यूपी की नहीं हरियाणा के किसानो की है। किसानो का आरोप है की जिला प्रशासन उनकी शिकायत को लेकर गंभीर नहीं है।
एनजीटी के आदेशो की धज्जियां-
देश की नदियों से खनन को लेकर एनजीटी ने सख्त नियम बना रखे है। इन नियमो के अनुसार नदी के अंदर किसी भी तरह की मशीन से खुदाई या माईनिंग नहीं की जा सकती। नैशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशो की धज्जियाँ उड़ाते हुए यूपी के खनन माफिया की बड़ी बड़ी मशीने यमुना को खोद रही है। लालुपुरा गाँव के किसानो ने आरोप लगाया की दर्जनों पोकलेन मशीने , जेसीबी व ट्रक उनके यमुना के बीच से रेत निकाल रहे है। प्रतिबन्ध के बावजूद मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है।
लालुपुरा को बाढ़ का खतरा-
यमुना में हो रही अवैध माईनिंग से लालुपुरा गाँव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीण नकली राम , धर्मपाल , सुनील रावल, सोनू व अन्य ने बताया की पोकलेन मशीनों के जरिये बीस फूट गहराई तक माइनिंग की जा रही है। खनन के कारण गहराई बढने से यमुना के पानी का प्रेशर हरियाणा की तरफ बढेगा। किसानो के मुताबिक इस अवैध माईनिंग से एक और जहा उनके खेत बर्बाद हो गए है वही गाँव में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। किसानो ने बताया की भूमि की निशानदेही हो चुकी है बावजूद इसके प्रशासन उनकी शिकायत पर एक्शन नहीं ले रहा।
वर्जन
यमुना में बुर्जि न मिलने के कारण निशानदेही में कुछ देरी हुई है लेकिन अब निशानदेही से साफ़ हो चूका है की यह भूमि हरियाणा के किसानो की है। जल्द इसकी रिपोर्ट अधिकारियो को सोपी जाएगी। -राजेन्द्र, कानूनगो तहसील घरौंडा
वर्जन-
यमुना में खनन कर रहे लोगो का दावा है की जिस भूमि से रेत निकाला जा रहा है वह यूपी की है जबकि हरियाणा के किसान भूमि पर अपना हक जता रहे है। विवादित भूमि की निशानदेही करवाई गई है सोमवार तक उसकी रिपोर्ट आएगी उसके बाद आगामी कार्रवाई होगी। एनजीटी के आदेशो के मुताबिक नदी में मशीनों का प्रयोग नहीं हो सकता। -माधवी गुप्ता, माईनिंग अधिकारी
वर्जन
यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यदि लालुपुरा इलाके में खनन किया जा रहा है तो उसके खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।
-मोहम्मद इमरान रजा, एसडीएम
वर्जन-
मैंने पुलिस और खनन अधिकारी को निर्देश दिए है कि इस शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की जाए।-डॉ. आदित्या दहिया, डीसी करनाल।
No comments:
Post a Comment