म्यांमार के निर्माण, बिजली और ऊर्जा मंत्री यू. विन खाइंग ने
पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉ प्लेक्स का किया दौरा
रिफाइनरी : 19 दिसंबर, राज पाल प्रेमी
म्यांमार और भारत के बीच हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण साझीदारी को मज़बूत करने और ऊर्जा क्षेत्र में इंडियन ऑयल के नेतृत्व के प्रदर्शन को देखने के साथ-साथ भविष्य में व्यापार की संभावनाएँ तलाशने के लिए चार सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल के साथ, म्यांमार के निर्माण, बिजली और ऊर्जा मंत्री यू. विन खाइंग ने पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉ प्लेक्स का दौरा किया।
मंगलवार को पीआरपीसी के कांफ्रेंस हॉल में कार्यकारी निदेशक वी. के. रायज़ादा पानीपत यांमार के ऊर्जा मंत्री यू. विंग खाइन और प्रतिनिधि मंडल का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। कार्यकारी निदेशक वी. के. रायज़ादा के स्वागत संबोधन के बाद पीआरपीसी और इंडियन ऑयल की अपार क्षमताओं के बारे में प्रस्तुतिकरण किया गया। वी. के रायज़ादा और पीआरपीसी टीम ने पानीपत रिफाइनरी कॉ प्लेक्स और इंडियन ऑयल के बारे में पूछे गए सभी सवालों का विस्तार से जवाब दिया। मंत्री और उनकी टीम ने पानीपत रिफाइनरी के पीआर फायर स्टेशन और से टी पार्क के साथ-साथ पानीपत नै ़था क्रैकर प्लांट के मु य नियंत्रण कक्ष का दौरा किया। इसके बाद इन लोगों ने प्रोडक्ट एप्लिकेशन और डेवेलपमेंट सेंटर का दौरा भी किया। बेहतर गुणवत्ता के उत्पादों के लिए रिफाइनरी और नै ़था क्रैकर के द्वारा अपनाई गई नवीन तकनीकों को देखकर माननीय मंत्री और उनकी टीम काफी प्रभावित हुए। प्रतिनिधि मंडल ने दौरे के दौरान इंडियन ऑयल और पीआरपीसी के प्रबंधन द्वारा किए गए स्वागत और हाईड्रोकार्बन क्षेत्र के बारे में दी गई जानकारी के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर सीजीएम प्रवीण नागपाल एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण तथा एनआरपीएल, पीएमसी और बीडी ग्रुप की ओर से भी वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद रहे।
गाँव अलीपुरा में एक विशाल दंगल का आयोजन
रणबीर बल्ला ने जीत हासिल की
घरौंडा : 19 दिसंबर, प्रवीण कौशिक
खण्ड के गाँव अलीपुरा में राजेंद्र उर्फ डब्बू पहलवान की याद मे आज एक विशाल दंगल का आयोजन किया गया। इस दंगल में उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के पहलवानों ने भाग लिया। पहली कुश्ती विकास कोंहड और किशन सोनीपत के बीच हुई जिसमें विकास पहलवान ने विजय प्राप्त की। दूसरी कुश्ती सी.आर.पी.एफ. के जवान रणवीर पहलवान और संजय पहलवान सोनीपत वाले के बीच हुई जिसमें रणवीर पहलवान विजय प्राप्त की। तीसरी कुश्ती अलीपुरा गांव के मोनू पहलवान ने जीत हासिल की। विकास पहलवान अलीपुरा गांव के वजीफे और आखरी कुश्ती बड़ी रोमांचक हुई ढोल बजते रहे। हरिसिंहपुरा गांव से राजेश पहलवान और आयोजन कर्ता रिंकू विकास ने बताया कि यह दंगल डब्बू पहलवान की याद में रखा जाता है और युवाओं को खेलो की तरफ प्रेरणा देने के लिए आयोजित कराया जाता है ताकि नौजवान नशे से दूर रहे। इस विशाल दंगल का कार्यक्रम विकास पहलवान, मोनू पहलवान, सुनील पहलवान, सोनू पहलवान के द्वारा आयोजित किया गया। शाम को आखिरी कुश्ती रणबीर बला और संजय दिल्ली के बीच हुई जिसमें रणबीर बल्ला ने जीत हासिल की और 15000 का इनाम जीता।
ग्रामीणों ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ किया प्रदर्शन
घरौंडा : 19 दिसंबर, प्रवीण कौशिक
नेशनल हाईवे पर स्थित एक फैक्ट्री में दुर्घटना का शिकार हुए कर्मचारी को मुआवजा ना मिलने पर गांव गगसीना के ग्रामीणों ने फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों और फैक्ट्री सुरक्षाकर्मियों के बीच तीखी नोक झोंक भी हुई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अडिग थे। प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ शिकायत की। पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
सोमवार को गांव गगसीना के सैकड़ों महिला-पुरूष एक फैक्ट्री के गेट पर एकत्रित हो गए और उन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। गुस्साएं ग्रामीण जब कंपनी मालिकों से मिलने के लिए अंदर घुसने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोका। जिससे दोनों के बीच नोकझोंक शुरू हो गई। ग्रामीणों ने गेट पर ही फैक्ट्री मालिकों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। फैक्ट्री के पूर्व कर्मचारी हरदीप ने आरोप लगाया है कि करीब चार वर्ष पहले कंपनी में मशीन पर काम करते समय उसका दायां हाथ कट गया था। उस समय फैक्ट्री प्रबंधन ने उसे यह आश्वासन दिया था कि उसके ईलाज की जिम्मेवारी कंपनी की है और उसे उचित मुआवजा और नौकरी दी जाएगी। लेकिन बीते चार वर्षों से वह और उसका परिवार लगातार फैक्ट्री के चक्कर काट रहे हैं। उन्हें आज तक ना तो कोई मुआवजा दिया गया है और ना ही कंपनी में नौकरी पर रखा गया है।प्रदर्शनकारियों के तेवरों को देखते हुए प्रबंधन ने पूरे मामले की सूचना पुलिस को दी।
सूचना मिलते ही थाना प्रभारी हरङ्क्षजद्र ङ्क्षसह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। कई घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीण शांत हुए और लिबर्टी के खिलाफ थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाई। थाना प्रभारी द्वारा शिकायत के आधार पर कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
डेढ़ दशक बाद भी किसानों का जोश और जजबा आज भी कायम
बिजली दरों के खिलाफ डेढ़ दशक पहले थे तत्कालीन मुख्यमंत्री का किया था घेराव
महापंचायत के माध्यम से हजारों किसानों ने दी बड़े आन्दोलन की दस्तक
निसिंग/घरौंडा, 19 दिसम्बर : प्रवीण कौशिक
डेढ़ दशक बाद भी किसानों का जोश और आन्दोलन करने की ताकत आज भी कायम है। इस बात का नजारा निसिंग अनाज मंडी में दिखाई दिया। जहां पर 1993 में 7 जनवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल का घेराव किया था। जहां से अधिकारियों को मार्किट कमेटी के कार्यालय की दिवार तोडक़र तत्कालीन मुख्यमंत्री को खेतो में से होकर ले जाना पड़ा था। उस दौरान 2 किसान शहीद हुए थे। यह आन्दोलन भी बिजली की दरो को लेकर था। आज भी इसी स्थल पर किसानों की महापंचायत हुई थी। जिसमें हजारों किसान मौजूद था। उन किसानों का ज'बा देखने लायक था। किसानों ने साफ तौर पर ऐलान किया कि यदि मुख्यमंत्री किसानों को गिरफ्तार करना चाहे तो तारीख निर्धारित करें। खुद किसान जेल के बाहर पहुंच जाऐंगे। सरकार की जेल कम पड़ जाएगी। लेकिन किसानों की संख्या कम नहीं होगी। अनाज मंडी में आयोजित महापंचायत में किसानों ने सरकार की जगमग योजना के खिलाफ हुंकार भरी। महापंचायत की अध्यक्षता निसिंग के किसान नेता स. मांगा सिंह लागर ने की। किसानों का नेतृत्व भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने की। यह महापंचायत भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले आयोजित की गई। सबसे पहले इस महापंचायत में 10 जनवर, 1993 को शहीद हुए किसान नेता लखपत ओर मामचन्द की कुर्बानी को याद किया गया। इस अवसर पर किसान नेता रतनमान ने बताया कि जगमग योजना किसानों पर भारी पड़ रही है। आर्थिक तंगी से जूझ रहे किसान नेताओं की अदायगी क्षमता से बाहर बिजली के बिल हो रहे है। ओंगद गांव के किसान ने अपने घर के दो महीने का बिल 68 हजार आने पर चिंता जताई और बिल पंचायत में पेश किया। कई किसान ऐसे थे, जिनका 3 से 4 हजार रुपए महीने का बिल आ रहा था। इस सबसे परेशान किसानों की आंखे नम थी। वह समझ नहीं पा रहे थे कि सरकार आखिरकार उन्हें क्यों परेशान कर रही है। किसानों ने बताया कि सरकारी की जगमग योजना किसानो के लिए काल बनी हुई है। यदि सरकार ने यह योजना वापिस नहीं ली तो किसान सरकार की ईंट से र्इंट बजा देंगे। इस अवसर पर एस.डी.ओ को ज्ञापन दिया गया। जिसमें उनसे जगमग योजना को वापिस लेने की मांग की गई। महापंचायत में हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्राली से आए हुए थे। तेज आन्दोलन की उन्होंने दस्तक दी। इस मौके पर प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचन्द शाहपुर, संगठन सचिव श्याम सिंह मान, जिला सरंक्षक मैहताब सिंह कादियान, जिलाध्यक्ष यशपाल राणा ओंगद, जिला प्रवक्ता सुरेन्द्र सांगवान, किसान नेता कुलदीप सिंह बब्बर, निसिंग खंड प्रधान सुरेश हथलाना, खंड महामंत्री सुरेश शर्मा, उत्तर हरियाणा प्रभारी बलवान बदरहान, देशराज शाहपुर, राजपाल मान, रामफल नरवाल, बनरसी मंजूरा, बलवान मंजूरा, रामपाल राणा, भीम सिंह कादियान मौजूद थे।
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24 दिसम्बर को होगी महापंचायत : महापंचायत में किसानों ने सरकार को 7 दिन का अल्टीमेटम दिया। आगामी रणनीति बनाने के लिए रविवार को महापंचायत कतलेहड़ी के बंग्ला साहिब में आयोजित की जाएगी। जिसमें किसानों को आगामी दिशा-निर्देश दिए जाऐंगे। इस महापंचायत में असंध हल्के के विधायक बख्शीश सिंह को बुलाया जाएगा ओर उन्हें ज्ञापन दिया जाएगा।
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7 जनवरी की तारीख आज भी गूंज उठती है उनके कानो में : आज से डेढ़ दशक पहले 7 जनवरी 1993 को तत्कालीन मुख्यमंत्री भजनलाल का घेराव किया था। जहां से अधिकारियों को मार्किट कमेटी के कार्यालय की दिवार तोडक़र तत्कालीन मुख्यमंत्री को खेतो में से होकर ले जाना पड़ा था। उस दौरान 2 किसान शहीद हुए थे। जिनके नाम मामचन्द और लखपत थे।
संस्कारों की कमी के कारण समाज व परिवार टुट रहे है, क्या किया जाए:- ओएसडी अमरेन्द्र सिंह
सर, ससुराल वाले मुझे घर में नही रहने देते, पति धोखा देकर विदेश चला गया है, ओएसडी साहब अब मैं क्या करू, मुझे न्याय दिलाया जाएं।
करनाल , 19 दिसम्बर : प्रवीण कौशिक
सर, मेरा विवाह पांच वर्ष पहले अमीन गांव में हुआ था, परिवार वालों ने शादी में भी काफी खर्च किया था, परन्तु मेरे पति राहुल चौहान मुझे धोखा देकर विदेश चले गए है, ससुराल वाले भी मुझे ददकार रहे है, मेरे परिवार वालों ने इस बारे में पंचायत से भी विचार विर्मश किया परन्तु मेरा ससुर भी पंचायत के फैसले से आना-कानी कर रहा है, पता चला है कि वह भी अपने लडके के पास विदेश जाने की तैयारी कर रहा है, मुझे न्याय दिलाया जाएं। यह फरियाद मंगलवार को ओएसडी के जनता दरबार में करनाल सैक्टर 7 की रहने वाली रीनू ने ओएसडी अमरेन्द्र सिंह के सामने रखी। लडक़ी की बात को सुनकर ओएसडी भावुक हुए, उन्होंने कहा कि संस्कारों की कमी के कारण समाज व परिवार टुट रहे है, क्या किया जाए। उन्होंने तुरन्त दुरभाष पर सम्बन्धित थाना प्रभारी को सिफारिश की कि रीनू को न्याय दिलाया जाए, हो सके तो आपस में पंचायती फैसले को प्राथमिकता दें, पंचायती फैसले के लिए लडक़ी के ससुर पक्ष को तैयार करें ताकि लडक़ी को न्याय मिल सकें।
जनता दरबार में लक्ष्मी देवी व मीना ने ओएसडी से शिकायत की कि हम नगर निगम में कई वर्षों से सफाई का कार्य कर रही है, परन्तु अब ठेकेदार ने उन्हें हटा दिया है, अब हम कहां जाए, ठेकेदार मनमानी पर उतारू है। ओएसडी ने सज्ञान लेते हुए ठेकेदार को दुरभाष पर कहा कि किसी भी पुराने सफाई कर्मचारी को काम से नही हटाना है, हमारा काम रोजगार देना है छीनना नही। अलेवा गांव की ममता ने ओएसडी के जनता दरबार में अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाया कि मेरे पास बेटी होने के कारण ससुराल वाले मुझे घर में नही रहने देते है, बेटी को जन्म देने में मेरा क्या कसुर है, मेरी हाथ जोडकर विनती है कि मुझे न्याय दिलाया जाए। ओएसडी ने तुरन्त पुलिस अधीक्षक जींद को कहा कि इस मामले पर गहनता से जांच करवाई जाए, यदि इसमें लडक़ी के ससुराल वाले दोषी पाए जाते है तो उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएं।
मंगलवार को जनता दरबार में दर्जनों लोगों ने अपनी शिकायतें रखी, जिनका ओएसडी ने अधिकारियों के सहयोग से निराकरण किया। इस मौके पर ओएसडी कार्यालय के इंचार्ज कुलदीप शर्मा, भाजपा कार्यकर्ता अमृत लाल जोशी, दीपक गुप्ता, सुनील गोयल, मुकेश अरोडा, अशोक परोचा सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।