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Sunday, 25 June 2017

गणित और विज्ञान विषय पर आधारित ग्रीष्म स्कूल शिविर हुआ सम्पन्न

समर स्कूल में बच्चों ने जो प्रेरक सीख ली है --उज्जवल भविष्य को तरासने में इस सीख से प्रेरणा ले विद्यार्थी:-डीसी मंदीप सिंह बराड़
स्थानीय रेलवे रोड़ स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ साईंस एण्ड टेकनोलॉजी इन इंडिया द्वारा गणित और विज्ञान विषय पर आधारित ग्रीष्म स्कूल शिविर हुआ सम्पन्न 
करनाल 25 जून,
समर स्कूल बच्चों को प्रेरक और नई सीख देने के लिए एक सुनेहरा अवसर है। बच्चों को इस समर स्कूल से जो नई प्रेरणा मिली है,इसका भरपूर लाभ उठाने की जरूरत है। यहां से ली गई तकनीकी और बुनियादी सीख को अनुसरणीय सोच में बदलकर नये अध्यायों का सूत्रपात करने की जरूरत है। यह अभिव्यक्ति रविवार को उपायुक्त मंदीप सिंह बराड़ ने रेलवे रोड़ स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय परिसर में सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ साईंस एण्ड टेकनोलॉजी इन इंडिया द्वारा गणित और विज्ञान विषय पर आधारित ग्रीष्म स्कूल के समापन अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए की। 
डीसी ने अपने सम्बोधन में कहा कि समर स्कूल का मुख्य उद्धेश्य विद्यार्थियों में छिपी प्रतिभा को निखारना और उनका मार्गदर्शन करना है। विद्यार्थियों को इस समर स्कूल से ज्ञान की जो नई अनुभूति हुई है,उसका प्रचार और प्रसार इस कदर किया जाए ताकि अन्य भी इससे लाभान्वित हो सके। यह एक स्वर्णिम दौर होता है,जब विद्यार्थी कम समय में अधिक सीखने की कौशिश करते है। इस समर स्कूल में जो ज्ञान प्राप्त हुआ है,वह उज्जवल भविष्य को तरासने में मददगार साबित होगा। इसी सोच को आगे बढ़ाकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि काबलियत की कतई कमी नहीं होती,जरूरत इस बात की होती है कि वे एकाग्र होकर रूची अनुसार विषयों का अध्ययन करें। कुछ बच्चें साईंस और गणित में इतने निपुण नहीं होते,जितने होने चाहिए,लेकिन समर स्कूल से वे इस प्रकार की कमी को पूरा कर सकते है और कईयों ने ऐसा किया भी है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस समर स्कूल में लड़कियों की हाजिरी बेहतरीन रही,वैसे भी लड़कियां शिक्षा के साथ-साथ हर क्षेत्र में लडक़ों से आगे निकल रही है। डीसी ने आयोजकों की मांग पर कहा कि यदि आयोजक भविष्य में भी इस प्रकार का कोई स्कूल कार्यक्रम आयोजित करना चाहते है तो जिला प्रशासन उन्हें भरपूर सहयोग करेगा। इस मौके पर डीसी मंदीप सिंह बराड़ को आयोजकों द्वारा स्मृति चिन्ह व मान सम्मान का प्रतीक शाल भेंटकर सम्मानित किया गया।  
इस मौके पर उपस्थित पूर्व मुख्य सचिव एवं अध्यक्ष एसपीएसटीआई धर्मवीर ने कहा कि कुछ विद्यार्थी गणित और साईंस जैसे विषयों को बोझ समझते है। इन विषयों को लेकर बच्चों में हीन भावना नहीं आनी चाहिए। साईंस और गणित विषय को दैनिक गतिविधियों से जोडक़र एक नये व्यक्तित्व की तलास करें। ऐसा व्यक्तित्व जो उनके जहन से निकलकर नये और उर्जावान विषय को परिभाषित करें। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक वर्ग को चाहिए कि वे बच्चों में नई पे्ररणा उजागर करने के लिए समर स्कूल जैसे कार्यक्रम आयोजित करें। इससे समाज, देश और स्वयं का भी भला होगा। अपना सुधार ही समाज की सबसे बड़ी सेवा है। उन्होंने बताया कि इस शिविर में नौवीं से बारहवीं तक  के विद्यार्थियों ने भाग लिया है। प्रदेश के विभिन्न जिलों गुडग़ांवा,कुरूक्षेत्र,मोर मंडी नारनोल,पंचकूला,पलवल,रेवाड़ी सहित अन्य जिलों के बच्चों ने भी भाग लिया। इस समर स्कूल में  करनाल के  करीब 110 बच्चों ने समर स्कूल में शिक्षा ग्रहण की। यह शिविर 1 जून से शुरू हुआ था और रविवार 25 जून को समाप्त हो गया। समर स्कूल में बच्चों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर भी प्रोत्साहित किया गया। इस मौके पर सीएमजीजीए शिखा राणा, एनडीआरआई के संयुक्त निदेशक आर.आर.बी.सिंह,देवराज सिरोहीवाल सहित काफी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Saturday, 24 June 2017

गुप्त नवरात्रो मे माता की 10 महाविद्याओं की उपासना की जाती है : पंडित नरेश


हवन कर भनभौरी माता का किया गुणगान
करनाल
देवी दुर्गा को शक्ति का प्रतीक माना जाता है। मान्यता है कि वही इस चराचर जगत में शक्ति का संचार करती हैं। उनकी आराधना के लिये ही साल में दो बार बड़े स्तर पर लगातार नौ दिनों तक उनके अनेक रूपों की पूजा की जाती है। 9 दिनों तक मनाये जाने वाले इस पर्व को नवरात्र कहा जाता है। जिसके दौरान मां के विभिन्न रूपों की पूजा आराधना की जाती है। इन नवरात्र को चैत्र नवरात्र और शारदीय नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है।
सैक्टर पाँच रोड विकास नगर भनभौरी मंदिर के वरिष्ठ पुजारी पंडित नरेश ने बताया कि साल में दो बार गुप्त नवरात्र ऐसे आते हैं जिनमें मां दुर्गा की दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। यह साधना हालांकि चैत्र और शारदीय नवरात्र से कठिन होती है लेकिन मान्यता है कि इस साधना के परिणाम बड़े आश्चर्यचकित करने वाले मिलते हैं। चूंकि इस दौरान मां की आराधना गुप्त रूप से की जाती है इसलिये इन्हें गुप्त नवरात्र भी कहा जाता है।
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कब होते हैं गुप्त नवरात्र
चैत्र और आश्विन मास के नवरात्र के बारे में तो सभी जानते ही हैं जिन्हें वासंती और शारदीय नवरात्र भी कहा जाता है लेकिन गुप्त नवरात्र आषाढ़ और माघ मास के शुक्ल पक्ष में मनाये जाते हैं। गुप्त नवरात्र की जानकारी अधिकतर उन लोगों को होती है जो तंत्र साधना करते हैं।

क्या है गुप्त नवरात्र की पूजा विधि

मान्यतानुसार गुप्त नवरात्र के दौरान भी पूजा अन्य नवरात्र की तरह ही करनी चाहिये। नौ दिनों तक व्रत का संकल्प लेते हुए प्रतिपदा को घटस्थापना कर प्रतिदिन सुबह शाम मां दुर्गा की पूजा की जाती है। अष्टमी या नवमी के दिन कन्याओं के पूजन के साथ व्रत का उद्यापन किया जाता है। वहीं तंत्र साधना वाले साधक इन दिनों में माता के नवरूपों की बजाय दस महाविद्याओं की साधना करते हैं। ये दस महाविद्याएं मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां ध्रूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी हैं।
वर्ष 2017 में आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से लेकर नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्र के रूप में मनाये जायेगें। अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार यह नवरात्र 24 जून 2017 से लेकर 2 जुलाई 2017 तक रहेंगें। इस अवसर पर दैनिक पूजा के साथ-साथ हवन भी किया गया।

चेयरमैन एवं विधायक घरौंडा हरविंदर कल्याण ने साइंस ब्लॉक का किया उद्घाटन


छात्रों में इस सुविधा को लेकर  भारी ख़ुशी 

घरौंडा :प्रवीण कौशिक 
आज हैफेड चेयरमैन एवं विधायक घरौंडा हरविंदर कल्याण ने राजकीय महाविधालय घरौण्डा में साइंस ब्लॉक का नारियल फोड़ कर उद्घाटन कर हलके  के छात्रों को एक सौगात दी । ब्लॉक के छात्र छात्रों की साइंस की पढ़ाई करने के लिए करनाल या पानीपत के कॉलेजों में जाना पड़ता था जिससे उनका काफी समय तो बस अड्डे पर बसों की इंतजार  में खऱाब हो जाता था। विधायक ने इस मोके पर पत्रकारों को बताया की कई वर्षों से घरौण्डा कॉलेज में साइंस की क्लास  को लेकर छात्रों की मांग उठ रही थी ।  माननीय मुख्यमंत्री जी ने इस बात को स्वीकार करते हुए ये सुविधा भी घरौंडा के कॉलेज में प्रदान करवा दी है। अब क्षेत्र के साइंस की पढ़ाई में रूचि रखने वालो को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साइंस  में रूचि रखने वाले छात्रों में इस सुविधा को लेकर  भारी ख़ुशी पाई गई है ।, छात्र रमेश कुमार , सतीश, हरीश,  तन्मय, सौरभ , सरिता ने इस को लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी व् विधायक कल्याण जी का आभार प्रकट किया है और कहा है की आज छात्रों की काफी पुरानी मांग पूरी हो गई है । इस मौके पर एसडीएम  घरौंडा ,  कॉलेज का  स्टाफ ,सुरेंदर भोरिया, रविंदर त्यागी, गुलाब सिंह , सुदर्शन जुनेजा ,मार्किट कमेटी चेयरमैन रमेश बैरागी, संजय त्यागी, रोहित भंडारी, जगदीश राणा, कविंदर राणा व् प्रसाशनिक अधिकारी मौजूद रहे।

Friday, 23 June 2017

श्रद्धा से दैवी कृपा सहज मिलती है - महासाध्वी प्रमिला


श्री घण्टाकर्ण तीर्थस्थान पर श्रद्धालु संगम का भव्य कार्यक्रम
करनाल।
 इन्द्री रोड़ स्थित उदीयमान तीर्थस्थल श्री आत्म मनोहर जैन आराधना मन्दिर में प्रतिष्ठित महाप्रभावी मनोकामनापूरक संकट मोचन श्री घण्टाकर्ण महावीर देवस्थान पर मासिक श्रद्धालु संगम के उपलक्ष्य में भक्ति-भावना, आस्था और समर्पण का अनूठा दृश्य दिखलाई दिया। सूर्योदय से देर सांझ तक अपनी मनोकामनाओं तथा लौकिक इच्छाओं की पूर्ति के लिए श्रद्धालुओं की श्रद्धा साकार होती दृष्टिगोचर हुई। लम्बी कतारों में भक्तगण दैवी कृपा से अपनी झोलियां भरने की आशा से माथा टेकते भक्ति तथा समर्पण का अलौकिक एवं नयनाभिराम दृश्य सृजित करते हुए सभी को भावविभोर कर रहे थे। 
श्री घण्टाकर्ण बीजमन्त्र के सामूहिक जाप से सभी के कष्टों का निवारण कर सुखमय और सकुशल जीवन के लिए आह्वान किया गया। साध्वी जागृति, अजय गोयल, वीरेन्द्र जैन, निशा जैन, प्रवीण जैन, मनीषा जैन, जयपाल सिंह, अनिता जैन, सुनीता जैन, राजेन्द्रा, रितु आदि ने अपने भजनों से समां बांध दिया और सभी को भक्तिरस में झूमने के लिए विवश किया। महुडी वाले ने जब से पकड़ा है मेरा हाथ, बदली है सारी दुनिया बदले हालात, मुझे रास आ गया है तेरे दर पे सिर झुकाना, दया करो दादा मुझ पर कुछ तो दया करो आदि भजनों ने सभी को झूमने के साथ भक्ति में गुनगुनाने के लिए मजबूर किया।
राष्ट्र संत वाचनाचार्य पूज्य श्री मनोहर मुनि जी महाराज के सुशिष्य उत्तर भारत गौरव उपप्रवत्र्तक श्री पीयूष मुनि जी महाराज की दीक्षा जयंती के उपलक्ष्य में आराधना जैन मंदिर के प्रांगण में गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। उस उपलक्ष्य में महासाध्वी श्री प्रोमिला जी महाराज ने श्री पीयूष मुनि जी महाराज के जीवन पर प्रकाश डाला। उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे आकाश की ऊंचाईयों को छुए। साध्वी जागृति जी ने कहा कि श्री पीयूष  मुनि जी की तप दिनचर्या देखकर ऐसा लगता है कि जैसे जमीन पर भगवान ने ही अवतार ले रखा है। श्री वीरेन्द्र जी जैन लुधियाना और श्री नवीन जी जैन करनाल ने गुरूदेव जी के गुणों का वर्णन किया।
महासाध्वी श्री प्रमिला जी महाराज ने कहा कि कर्णनगरी करनाल के असीम पुण्योदय से स्थापित इस सिद्धस्थान से हजारों भक्तों की मुरादें पूरी हुई हैं, रोगियों को स्वास्थ्य लाभ, विघ्नपीडि़तों को विघ्नों से छुटकारा तथा अनुकूलता की प्राप्ति हुई है। दैवी शक्तियां, अतीन्द्रिय शक्ति सम्पन्न होती हैं। व्यक्ति के शुभकर्म का साथ होने पर वे अनुकूलता पाने में सहायक बन जाती हैं। उनकी रहमत पाने के लिए श्रद्धा तथा अटूट विश्वास की जरुरत होती है। श्रद्धा से ही ज्ञान मिलता है, ज्ञान हासिल करके इन्द्रियों का नियमन सम्भव है। इन्द्रियों के निग्रह से ही परम शान्ति उपलब्ध होती है। भाग्य द्वारा कठोर परीक्षा लेने और भारी प्रतिकूलताओं के बावजूद भी श्रद्धा डांवाडोल न होने पर ही अनुपम दैवी कृपा होती है। श्री घण्टाकर्ण देव हिन्दू, जैन तथा बौद्ध परम्पराओं में विशेष स्थान प्राप्त सम्यग्दृष्टि देव हैं जिनमें उपद्रव निवारण, संकट समाधान, अभीष्टपूर्ति की अनूठी शक्ति है और उनकी भक्तिपूर्ण उपासना से लौकिक जीवन सुखमय और सुविधासम्पन्न हो जाता है। 
आरती तथा प्रीतिभोज की सेवा का सौजन्य श्री बनारसी दास जैन, सैनी कालौनी, करनाल वालों का रहा। श्री घण्टाकर्ण देवता के जयनादों से समागम सम्पन्न हुआ।
इस देवस्थान की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां सभी धर्मों तथा सम्प्रदायों के अनुयायी बिना किसी भेदभाव के दिव्याशीष से अपने जीवन की बगिया को सुख व फूलों से सुशोभित करने के लिए उपस्थित होते हैं। 
सभी दर्शनार्थियों ने राष्ट्र संत वाचनाचार्य श्री मनोहर मुनि जी महाराज के नवनिर्मित गुरू समाधि मंदिर पर भी माथा टेका और आशीर्वाद प्राप्त किया।    

पानीपत- हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव राकेश गुप्ता ने सम्बोधित किया

 हरियाणा सरकार ने गत तीन वर्षो के दौरान आम आदमी से सरोकार रखने वाली अनेक योजनाएं लागू की है।
पानीपत 23 जून। -रिपोर्टर नज़र 
शुक्रवार को चौथी मंजिल के विडियो कांफ्रेंस हाल में जिला के वरिष्ठ अधिकारियों को चण्डीगढ से हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव राकेश गुप्ता ने सम्बोधित किया। बैठक में उपायुक्त डा0 चन्द्रशेखर खरे, एसपी राहुल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त राजीव मेहता, निगमायुक्त शिवप्रसाद शर्मा, एसडीएम विवेक चौधरी, नगराधीश संदीप अग्रवाल, समालखा एसडीएम गौरव कुमार, सिविल सर्जन डा0 संतलाल शर्मा के अलावा विभिन्न विभागों के अध्यक्ष मौजूद रहे। 
बैठक को सम्बोधित करते हुए एपीएस राकेश गुप्ता ने कहा कि हरियाणा सरकार ने गत तीन वर्षो के दौरान आम आदमी से सरोकार रखने वाली अनेक योजनाएं लागू की है। इन योजनाओं की सफलता से पड़ोसी राज्य भी प्रेरणा लेकर इन योजनाओं को अपने-अपने प्रदेशों में लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं में बेटी बचाओ-बेटी पढाओ, आपकी बेटी-हमारी बेटी योजना, सम्पत्ति की ई-रजिस्ट्रेशन योजना, ओडीएफ योजना, नई शिक्षा निति तथा ई-ड्राईविंगे लाईसेंस योजना शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पानीपत ओडीएफ के मामले में चौथे स्थान पर है। 
 उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है। यहां सबको अपनी बात कहने का पूरा हक है। इसलिए जिला प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को इस पर विशेष ध्यान देना होगा कि विरोधी पार्टी के लोग प्रदेश सरकार की तीन साल की उपलब्धिों के विरूद्ध प्रोपगैण्डा चलाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। इसलिए सम्बंधित विभागों के अधिकारियों के साथ-साथ सुशासन सहयोगी भी गांव में सूर्योदय से पहले जाकर ओडीएफ का निरीक्षण करें और शहरी क्षेत्रों पर भी कड़ी नजर रखें। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र को स्वच्छ बनाने और ओडीएफ को तेजी से आगे बढाने के मामले में पानीपत जिला ने अन्य जिलों से बेहतर कार्य किया है। 
उन्होंने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढाओ अभियान के कारण बेटियों की संख्या में उल्लेखनीय इजाफा हुआ है। अब प्रदेश में भ्रूण हत्या की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी आई है फिर भी अधिकारियों को सभी निजि चिकित्सालयों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए कि कही उन्होंने अर्बोसन का कोई नया तरीका तो इजाद नही कर लिया है। इसलिए सभी अस्पतालों पर कड़ी नजर रखने के लिए औचक निरीक्षण करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि खेलों के मामले में हरियाणा को स्पोर्टस हब माना जाता है। इसलिए सभी उपायुक्त इस मामले पर भी पूरा ध्यान दें। उन्होंने योजनाओं के प्रति लोगों को ओर अधिक जागरूक करने के लिए समाजसेवी संस्थाओं, सक्षम, एनएसएस, एनसीसी और स्काउट एण्ड गाईड के छात्रों का सहयोग लेकर योजनाओं का ओर अधिक प्रचार-प्रसार करवाए जाने की बात कही तथा प्रदेश के प्रत्येक जिला सचिवालयों में हैल्प डेस्क सहायता केन्द्र शीघ्र बनवाए जाएं ताकि नागरिकों को सभी प्रकार की जानकारी एक ही स्थान पर उपलब्ध हो सके। 
उन्होंने कहा कि जीवन सभी का महत्वपूर्ण होता है और भारत में लाखों व्यक्तियों की प्रतिवर्ष मृत्यु सडक़ दुर्घटनाओं के कारण हो जाती है। इसलिए जहां सडक़ों पर घायल व्यक्तियों को एम्बुलेंस जैसी सुविधा दी जाए वहीं ड्राईविंग लाईसेंस बनाते वक्त भी योग्य व्यक्ति को ही ड्राईविंग लाईसेंस दिया जाए और ड्राईविंग लाईसेंस बनाने के मामले में भ्रष्टाचार को पूर्णत्य बंद किया जाना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सोशल मीडिया पर आई शिकायतों का न केवल समय रहते निपटान करें बल्कि सोशल मीडिया पर उसका जवाब भी दें। इस अवसर पर उपायुक्त डा0 चन्द्रशेखर खरे ने बताया कि पानीपत जिला में हरियाणा सरकार की सभी योजनाओं पर तेजी से कार्य चल रहा है और सभी आवार पशुओं को पकड़वाकर गौ शालाओं में भेज दिया गया है। शेष आवारा घूमने वाले पशुओं को भी शीघ्र ही गौ शालाओं मं भेज दिया जाएगा। 
फोटो परिचय-1 से 7-लघु सचिवालय के विडियो कांफ्रेंस हाल में जिला के वरिष्ठ अधिकारियों को चण्डीगढ से विडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मुुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव राकेश गुप्ता सम्बोधित करते हुए और बैठक की अध्यक्षता करते उपायुक्त डा0 चन्द्रशेखर खरे।
पानीपत 23 जून। पोलियो एक ऐसी बिमारी है जो मनुष्य को जीवनभर के लिए विकलांग बना देती है। अनेक बार पोलियो के कारण बच्चे की मृत्यु भी हुई है लेकिन केन्द्र व प्रदेश सरकार के अथक प्रयासों के कारण हरियाणा पोलियो मुक्त प्रदेश बना गया है। भविष्य में पोलियो, मलेरिया, कुष्ट रोग नागरिकों को न होने पाए इसके लिए सरकार ने अनेक योजनाएं लागू की है।  यह जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डा0 संतलाल वर्मा ने बताया कि इन बिमारियों पर रोक लगाने के लिए 27 जून को दोपहर 12 बजे लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हाल में जिला टास्क फोर्स कमेटी की बैठक का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए सभी सम्बंधित अधिकारियोंं को सूचना भेज दी गई है। उन्होंने कहा कि इस बार मानसून समय से पहले आने की सम्भावना है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे मानसून के दौरान किन-किन सावधानियों का पालन करना है। इसके लिए लोगों को और अधिक जागरूक करें। 

भाजपा ज्वाईन कर फिर से देशाटन को निकले पार्षद


- पार्षदों के मोबाइल  स्विच ऑफ तथा परिजन भी  नहीं मुंह खोलने को तैयार
समालखा 23 जून-रिपोर्टर नज़र 
भाजपा का दामन थामने के बाद फिर से पार्षद और पार्षद पति, परिजन देशाटन को निकल गए हैं। पार्षद कहां गए हैं इसके बारे में भी किसी को कोई जानकार नहीं है तथा उनके परिजन भी इस बारे में मुंह खोलने को तैयार नहीं है। वहीं देशाटन को निकले पार्षदों के मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहे हैं। आए दिन नए एपिसोड की पटकथा लिखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि विगत कई दिनों से नगरपालिका चेयरमैन की कुर्सी को लेकर उठा-पठक चल रही है। इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को पंद्रह पार्षदों ने भाजपा का दामन विधायक रविन्द्र मच्छरौली के सम्मुख थामा था। उक्त कार्यक्रम के बाद से ही पार्षद व पार्षद पति फिर से अज्ञातवास पर चले गए हैं। इस संबंध मेंं कुछ पार्षदों से बात करने पर उनके मोबाइल बंद मिले तो परिजन भी कुछ कहने को तैयार नहीं हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पार्षद मंगलवार को वापिस लौट सकते हैं। पार्षदों के एक बार फिर अज्ञातवास पर जाने का विषय फिर से लोगों में चर्चा का कारण बन गया है। जबकि वर्तमान चेयरमैन अशोक कुच्छल भी अपनी कुर्सी को बचाने को लेकर प्रयास कर रहे हैं दूसरी तरफ आरटीआई कार्यकर्ता पीपी कपूर भी पिछले कुछ दिनों से इसमें भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मामले को जोरशोर से उठा रहे हैं। उनका कहना है कि जल्द ही शहर की जनता को लाम्बंद कर आन्दोलन किया जाएगा। नपा के ड्रामे को लेकर अन्य राजनीतिक दल भी पल-पल के घटनाक्रम पर नजर रखे हुए हैं।

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देशप्रेमी व मानवता के उपासक थे डा० मुखर्जी- राजकुमार कालीरामना
- डा० श्यामाप्रसाद मुखर्जी  की पुण्यतिथि पर भाजपा ने दी श्रद्धांजली
समालखा 23 जून-रिपोर्टर नज़र 
जनसंघ के संस्थापक डा० श्यामप्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर भाजपा नेता राजकुमार कालीरामना ने अपने कार्यालय पर पार्टी कार्यकर्ताओं सहित उनकी तस्वीर पर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धांजली अर्पित की। उन्होंने कहा कि डॉ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। वे  सच्चे अर्थों में देशप्रेमी, मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनीतिक दलों नेे अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया। कालीरामना ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर में 370 हटाने के लिए आंदोलन किया। उन्होंने तात्कालिन नेहरू सरकार को चुनौती दी तथा अपने दृढ़ निश्चय पर अटल रहे। अपने संकल्प को पूरा करने के लिये वे 1953 में बिना परमिट लिये जम्मू कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े। वहाँ पहुँचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजऱबन्द कर लिया गया। 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मृत्यु हो गई। हमें उनके विचारों और दिखाए मार्ग पर चलते हुए उनके सपनों को साकार करने का प्रयास करना चाहिए। साथ ही देशप्रेम की भावना रखते हुए जन सेवा करनी चाहिए। इस अवसर पर काफी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।

ना बचूं तो कर देना आंखे दान


अगर मैं ना बचा तो मेरी आंखे दान कर देना। 
समालखा 23 जून-रिपोर्टर नज़र 
जानलेवा हमले में घायल हुए गांव गढ़ी छाज्जू निवासी सुरेन्द्र को शायद अपनी मृत्यु का पहले ही आभास हो गया था। इसलिए उसने अपने चाच को पास बुंलाकर कहा कि अगर मैं ना बचा तो मेरी आंखे दान कर देना। अपने भतीजे की अंतिम इच्छा को पूरी करते हुए अस्पताल में ही नेत्रदान कर दिए गए।
उल्लेखनीय है कि चार दिन पहले गांव गढ़ी छाज्जू निवासी सुरेन्द्र रात को नहरी पानी के लिए अपने खेत पर जा रहा था। पुरानी रंजिश रखते हुए गांव के ही कुछ लोगों ने उसे जानलेवा हमला करते हुए जख्मी कर दिया। जिसके बाद परिजनों ने उसे दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया था। जहां उसकी मौत हो गई। उसके चाचा सुल्तान ने रूआंसे होते हुए बताया कि सुरेन्द्र ने अस्पताल में ईलाज के दौरान उन्हें बुलाया था। उसने कहा था कि अगर मैं बच गया तो ठीक ना तो मेरी आंखे दान कर देना। जो किसी नेत्रहीन के काम आ जाएंगी। ईलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जिसके बाद उन्होंने अस्पताल में ही उसकी अंतिम इच्छा पूरी करते हुए आंखे दान कर दी।

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...