इस मेले का आयोजन का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के ज्यादातर स्थान को फार्मिंग में बदला जाएं एवं हरियाणा के हर किसान को खेती के अंतर्गत हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं:कृषि मंत्री दलाल
घरौंडा -24 फ़रवरी ,डॉ प्रवीण कौशिक
उद्यान विभाग, हरियाणा द्वारा सब्जी उत्कृष्टता केेेंद्र पर दो दिवसीय सब्जी मेले के दुसरे दिन आज मुख्यतिथि के रूप में कृषि एवं पशुपालन मंत्री जे पी दलाल, हरविन्द्र कल्याण, विधायक, घरौंड़ा ने शिरकत की। इस दौरान एस.ड़ी.एम. अदिति, डा0 अजय यादव, रजिस्ट्रार, महराणा प्रताप बागवानी विश्वविधालय, करनाल भी मौजुद रहें। इस दौरान मुख्यातिथि ने डा0 अर्जुन सिंह सैनी, महानिदेशक उद्यान, हरियाणा, डा0 मनोज कुमार कुण्ड़ू, संयुक्त निदेशक, केन्द्र के उप-निदेशक डा0 सुधीर कुमार यादव, घरौंड़ा,एवं अन्य अधिकारियों सहित मेले में लगाई गई स्टॉलों एवं केन्द्र पर प्रदर्शन तकनीकी व संरक्षित फसलों का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा आयोजित मेलों से किसानों को बागवानी से संबंधित काफी कुछ सीखने को मिलता है। माननीय मंत्री जी ने बताया कि इस मेले का आयोजन का मुख्य उद्देश्य हरियाणा के ज्यादातर स्थान को फार्मिंग में बदला जाएं एवं हरियाणा के हर किसान को खेती के अंतर्गत हर संभव सुविधा उपलब्ध करवाई जाएं। साथ ही नवीनत्तम तकनीकों को केन्द्र से किसान के खेत तक पंहुचाना है एवं किसान की आय दौगुना करना है।
11 किसानों को वितरित किए टैक्टर
माननीय कृषि एवं पशुपालन मंत्री जी ने जिला पानीपत के जिन किसानों ने हरियाणा सरकार की स्कीम के अंतर्गत 40-50 प्रतिशत अनुदान के तहत टैªक्टर के लिए आवेदन किया था, उनको टैªक्टर की चाबी सौंपते हुए प्रोत्साहित किया। उन्होने ने बताया कि आगे आने वाले समय में इस परियोजना के तहत और भी कई किसानों को टैªक्टर वितरित किए जाऐंगें। लाभांवित किसानों की सूची में 1. श्री जितेन्द्र पुत्र श्री ओम प्रकाश 2. श्री रविन्द्र पुत्र श्री वेद सिंह, 3. श्री विनोद कुमार पुत्र श्री जयपाल सिंह, 4. श्री मनीश पुत्र श्री राजबीर, 5. श्री सत्यावान पुत्र श्री ज्ञानी राम, 6. श्रीमति सुनिता पत्नि श्री राममेहर, 7. श्रीमति चंद्रपति पत्नी श्री लखमीचंद, 8. श्रीमति निमो देवी पत्नी श्री बलवान सिंह, 9. अंगुरी पत्नी श्री रामधारी, 10. श्रीमति रेशम देवी पत्नी श्री राजिन्द्र सिंह, 11. श्रीमति केशों देवी पत्नी श्री कुरदिया राम शामिल रहें।
मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना’’
कृषि एवं पशुपालन मंत्री जी ने बताया कि हरियाणा में वित्तिय वर्ष 2022-23 में बागवानी किसानों के लिए फसल बीमा योजना शुरू करने वाला एकमात्र राज्य है। इसके तहत 46 बागवानी फसलों को कम प्रिमियम जैसे 750/- रूप्ये से 1000/- रूप्ये प्रति एकड़ के साथ 30 हजार रूपये सब्जियों व 40 हजार रूपये फलों के लिए मुआवजा निर्धारित किया है ताकि किसानों की बागवानी फसलों को प्रतिकूल मौसम एवं प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सके।
भावांतर भरपाई योजना
सब्जियों के उचित मूल्य के उद्देश्य से एक अनुठी योजना ‘‘भावान्तर भरपाई योजना’’ लागू की है। हरियाणा सभी प्रमुख बागवानी फसलों में भावंतर भरपाई योजना शुरू करने वाला पहला राज्य था और 21 फलो और सब्जियों को सुरिक्षत मुल्य तय करके किसानों की उपज के विपणन में जोखिम को कम करने के लिए महत्वपुर्ण योजना को सफलतापूर्वक लागू कर दिया गया है और 2022-23 के दौरान 4082 किसानों को 9.05 करोड़ रूप्ये की प्रोत्साहन राशी दी जा चुकी है।
किसानों को संरक्षित खेती अपनाना चाहिए-
कृषि एवं पशुपालन मंत्री नौवं सब्जी मेले के अंतर्गत प्रदेश से आए किसानों को संबोधित करते हुए माननीय कृषिमंत्री श्री जे.पी. दलाल जी ने कहा कि संरक्षित खेती को सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र तक सीमित न रखकर, इस तकनीक को प्रदेश के हर किसान के खेत तक पहुंचाने का लक्ष्य रखना होगा। मंत्री जी ने किसानों को इसके होने वाले फायदें व मुनाफे बारे अवगत करवाएगें। यह केवल केन्द्र द्वारा खेत के किसान से सीधा जुड़कर ही संभव हो सकता है।
बागवानी की लाभकारी योजनाएं
माननीय कृषिमंत्री जी ने बागवानी की उन्नत खेती के बारे में अगर कहा जाएं तो हरियाणा उद्यान विभाग द्वारा किसानों के लिए कई लाभाकारी योजनाएं चलाई जा रही है जैसे कि आई.एच.ड़ी, एम.आई.ड़ी.एच., भावांतर भरपाई योजना, बागवानी बीमा योजना, फसल कलस्टर विकास कार्यक्रम, प्रार्थमिक प्रसंसकरण, मार्केटिंग बुनीयादी सुविधाएं, बागवानी यंत्रीकरण, एफ.पी.ओ. कार्यक्रम इत्यादि।
मंत्री जी ने बताया कि मशीन बैंको का विकास बागवानी मे मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए लघु किसानों को कृषियंत्रो पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जा रहा है तथा बड़ी कृषि यंत्रो के लिए 5 मशीन बैंक स्थापित करने की मंजूरी दे दी गई है। इन केन्द्रो की स्थापना के लिए ई-टेण्ड़र जारी किया गया है तथा मार्च, 2023 के अंत तक इन केन्द्रो पर मंहगी मशीनों को कम किराए पर किसानों के लिए उपलब्ध करा दिया जाएगा।
हरियाणा प्रदेश के हर जिले प्रगतिशील किसानों को किया गया सम्मानित
सब्जी मेले के दुसरे दिन हरियाणा प्रदेश के लगभग हर जिले से उद्यान विभाग द्वारा हर जिले के जिला उद्यान अधिकारी उपलब्ध करवाई गई किसानों की सूची से चयनित 2 प्रगतिशिल किसानो सम्मानित किया गया। इस सम्मान में प्रथम पुरूस्कार सब्जी रतन जोकि 11000/- एवं दुसरा पुरूस्कार 5100/- रूपये सब्जी सम्मान के रूप में किसानों माननीय मंत्री जी के द्वारा वितरित किए गए।
कृषिमंत्री जी ने बताया कि हरियाणा बागवानी विभाग द्वारा की गई पहलों को व्यापक प्रशंसा एवं पुरूस्कार मिलें है जैसे की सर्वश्रेष्ठ राज्य कृषि व्यवसाय पुरूस्कार 2022, एफ.पी.ओ. और फसल कल्सटर विकास को बढ़ावा देने के लिए ैज्ञव्ब्भ् गोल्ड़ अवार्ड 2022 और अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन पुरूस्कार 2022-23 दिया जा चुका है।
साथ ही बागवानी विभाग के महानिदेशक डा0 अर्जुन सिंह सैनी एवं उद्यान विभाग के सभी कर्मचारी बधाई के पात्र है एवं मैं आशा करता हूं कि सभी कर्मचारी किसानों को तकनीकी एवं आर्थिक रूप सवांलंबी बनाने में हमेशा अग्रसर रहेंगे।
हरियाणा खेती में नं0 1 था, नं0 1 है, और नं0 1 रहेगा। हरियाणा सरकार किसानों की हर संभव मदत करेगी जिससे हरियाणा के किसानों एवं उत्पदों का ढंका पूरे विश्व भर में बना रहें।
माननीय श्री हरविन्द्र कल्याण, विधायक, घरौंड़ा ने भी किसानों को संबोधित किया और कहा कि मै जब पहली बार इस केन्द्र पर आया था और 9वें सब्जी मेले में आया हूं तो देख रहा हूं कि हर वर्ष किसानों की संख्या बहुत बड़ा इजाफा हो रहा है एवं इसके लिए में बागवानी विभाग को बधाई देता हूं। उन्होनें बताया कि परंपरागत खेती से गैर पंरपरागत खेती की तरफ किसानों का रूझाान बढ़ना चाहिए। उन्होनें बताया कि शुरू में सभी को शंका होती है कि कहीं यह घाटे का सौदा न हो जाए परंतु आज के दौर में किसानों की प्रगती को देख कर यह शंका भी दूर होती जा रही है एवं इसमें सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र अहम भुमिका निभा रहें है। सभी किसानों को हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही सभी स्कीमों/परियोजनओं/सब्सिड़ी का लाभ उठाना चाहिए। उन्होनें बतया कि आज के दौर में कीटनाशकों के अंधाधुध प्रयोग से भूमि बंजर होती जा रही है। वहीं दूसरी ओर भूमि का पानी कम ओर प्रदूषित हो गया है। किसान के लिए खेती घाटे का सौदा साबित हो रही है। ऐसे में समय की मांग है कि संरक्षित खेती को अपनाकर ही, इस नुकसान से बचा जा सकता है और भूमि व पानी को बचाया जा सकता है। विधायक जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का किसानों की आय दुगनी करने के सपने को साकार रूप देने के लिए प्रदेश सरकार एवं बागवानी विभाग पूर्ण रूप से प्रयासरत है। इसलिए समय के साथ चलकर किसानों को अपनी खेती में फेर-बदल के साथ आगे बढ़ना होगा। अंत में विधायक जी ने सभी स्टॉल लगाने वाले किसानों, कंपनियों एवं उद्यान विभाग को शुभकामनाएं दी।
प्रदेश की बागवानी का पूरे भारत में नाम-डा0 अर्जुन सिंह सैनी, महानिदेशक उद्यान।
डा0 अर्जुन सिंह सैनी, महानिदेशक उद्यान, हरियाणा ने कहा कि पिछले 10 सालों में प्रदेश के बागवानी विभाग ने जो तरक्की है, वह किसी अन्य राज्य ने नहीं की है। प्रदेश बागवानी की पहचान पूरे भारत में है। उन्होंने कहा कि बागवानी विभाग के अर्थक प्रयासों से यह संभव हो पाया कि प्रदेश की बागवानी की अन्य राज्यों में एक अलग ही पहचान है। बागवानी किसान के लिए नई-नई योजनाएं अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को एक्पोजर विजीट के माध्यम से बाहरी राज्यों की सब्जियों एवं फलों की किस्मों को अपनाना चाहिए, ताकि प्रदेश की मंडी में किसी प्रकार की कोई कमी न रहें। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा इस प्रकार के मेलों से बागवानी की नवीनतम तकनीकियों/ विभागीय स्कीमों की जानकारी किसानों को उपलब्ध करवाई जाती है।
मेले के दुसरे दिन 2200 किसानों ने किया भ्रमण
मेले के दुसरेे दिन सब्जी उत्कृष्टता केन्द्र, घरौंडा पर लगभग 2200 किसानो ने भ्रमण किया। किसानों को उत्कृष्टता केन्द्र पर जैविक क्षेत्र, पोली हाउस तथा खुले में की जा रही विभिन्न प्रकार की सब्जियों को भी दिखाया गया है।
मेले मे आज के दिन बागवानी विशेषज्ञों द्वारा विभाग की योजनाओं, प्राकृति खेती संरक्षित खेती एवं ढांचा, जैविक खेती के उत्पादन, प्रमाणीकरण एवं अच्छी गुणवत्ता कृषि पद्तियांे बारे किसानों को अवगत कराया गया। इसके अलावा किसानों ने केन्द्र पर की जा रही प्राकृतिक खेती का भ्रमण किया। इस खेती को लेकर पिछले लगभग कई सालों से निरंतर कार्य चल रहा है। इस खेती को लेकर केन्द्र के अथक प्रयासों से सब्जी की प्राकृतिक खेती बारे बेहतर तकनीकें विकसित की गई है। प्राकृतिक खेती केे बारे मे किसानों ने विशेष रूचि दिखाई व इस तकनीक को अपने खेतों में अपनाने हेतु केन्द्र के तकनीकी विशेषज्ञों से विशेष जानकारी प्राप्त की। इस तकनीक से केन्द्र पर फूलगोभी, पत्तागोभी, गाजर, मूली, टमाटर, मटर आदि की खेती की जा रही है, जो कि पूर्णतः रसायन रहित है। इस तकनीक से तैयार की गई सब्जी उत्पादों का बाजार भाव अन्य के मुकाबले काफी अधिक मिलता है।
आज के दिन भी मेले में लगाई गई 100 स्टालें।
प्रदर्शनी में पोली हाउस में उत्पादित सब्जियां जैसेः-, पीली व लाल शिमलामिर्च, चैरीटमाटर, बीज रहित खीरा (पोली हाऊस खीरा), आंवले का मुरब्बा व केंडी, आचार, बाजरे की मटर आदि मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहे। मेले में विभिन्न सरकारी विभागो/संगठनों, निजी उद्यमियों द्वारा लगभग 100 स्टॉल लगाए गये। जिनमें बागवानी विकास की विभिन्न नई-2 तकनीको की किसानों द्वारा जानकारी प्राप्त की गई। इस मौके पर प्रदेश हर जिले से 2 किसानों को इनाम भी दिए गए।
किसानो के लिए रखा गया तकनीकी सत्र
मेले के पहले की भांति दुसरे दिन भी संरक्षित खेती, एफ.पी.ओ., सब्जियो की अच्छी कृषि पद्धतियों, विभागीय स्कीम आदि के बारे तकनीकी सत्र रखा गया जिसमें किसानों को उद्यान विभाग के अधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई। हर सत्र के पश््चात संबंधित विषय पर किसानों से प्रश्नोत्तरी के माध्यम से सवाल-जवाब किए गए जिसमें सही जवाब देने वाले किसानों को भारतीय स्टेट बैंक से प्रायोजित ईनाम दिए गए। इस सत्र के दौरान काफी उत्साहित दिखें।
लक्की ड्रा
लक्की ड्रा में भी सब्जी मेले के पहले दिन की भांति दुसरे दिन भी प्रदेश भर से आए किसानों के लिए एक लक्की ड्रा भी रखा गया जिसमें किसानों को कुपन बांटे गए एवं एकत्रित कुपन में से माननीय कृषि एवं पशुपालन मंत्री जी एवं माननीय विधायक जी द्वारा 13 किसानों का लक्की ड्रा निकला जिनकों बैटरी ऑपरेटर स्प्रे पंप दिया गया।
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