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Tuesday, 16 March 2021

Zen-Do Character's Martial Arts of Achieving Excellence

Zendo enables you to use every part of the body simultaneously
Gharaunda: Pawan Kumar
Zen-do is a marital arts that aims to achieve character excellence by gaining experience as a result of study and education, not winning as its ultimate goal. At the same time, it is a form of self defence by using all parts of the body, each of which becomes an effective and powerful weapon thanks to power and systematic work. Zen-do aims that all body movement reach a balance and in this way body moments create maturity as a whole. Zendo enable the use of every part of the body together and the legs, hips, arms, shoulders and arms act and react to each other with a machanically coordinated system, creating a tremendous force by channeling the force generated in different parts of the body to a single place. 
This type of coordination can be achieved through the continuous study of basic moments. these basic moments can be considered a complete art form in their own right because of their different and complex structures. the mastery of basic techniques provides a good basis for transitioning to the other two aspects of zendo, formal exercise and practice.
Zendo has moved away from his main purpose of having moral and spiritual views. this attitude results in over emphasis on free combat, which will never develop. The true zendo requires respect for the advesary by training the body and soul, which is achieved by working with heart and all energy, as well as with pure humility.
 Zendo as  art 
it can be compared to zendo ballet in terms of what the body needs to do in order to create maximum efficiency and artistic beauty of imagination and heartbreak, together with the self mastery, discipline, creative, intelligence and inspiration, turns it into a comprehensive aesthetic form. in practice, zendo is the entire spectrum of all human senses and and endeavors. 
Zendo is not only to train fighters
 Zendo is a form of combat, but it instills a sense of opposition to violence in those involved. As a result of a misunderstanding or incomplete teaching, it ceases to be zendo when it is studied only as a fighting technique. you do not need zendo to learn how to fight. street fighting techniques are sufficient for this job. even though he was perfectly capable of fighting a zendo, his training taught him to avoid violence and trouble. this is zendo.
Patience is a quality that the zendo student will develop.  Unlike in many sports, zendo development is so slow that disappointments can lead to an urge to quit, but no matter how slow the persistent and employee development is, it will eventually improve. this is zendo
 from the first day the student should forget what they have learnd in all other sports while entering the dojo and start with an empty mind. Only in this way canthe essence and massage of zendo be grasped. Simplicity and respect are the two elements that a student should never let go of. in the dojo, no one should consider himself superior to someone else, because what is zendo turns to is the idea of man against himself.



नपा सीमा में काटी जा रही थी अवैध कालोनी, नपा ने थमाया कालोनाइजर को नोटिस, कालोनाइजर ने स्वयं चलवाया पीला पंजा


घरौंडा: प्रवीण कौशिक
उपायुक्त करनाल के निर्देशानुसार नगरपालिका घरौंडा
 की सीमा में पनप रही अवैध कालोनी पर अधिकारियों ने कड़ा संज्ञान लिया है। नोटिस के बाद कालोनाइजर ने नपा अधिकारियों की उपस्थिति में स्वयं ही कालोनी की कच्ची सड़कों को ध्वस्त कर दिया। नपा अधिकारियों के मुताबिक, शहर में अवैध कालोनी काटे जाने की सूचना मिली थी। करीब एक सप्ताह पहले कालोनाइजर को नोटिस दिया था। जिसके बाद आज कालोनी की सड़कें ध्वस्त कर दी गई है। 
शहर के गंदे नाले के पास अवैध कालोनी काटे जाने का कार्य चल रहा था। जिसकी सूचना नगरपालिका अधिकारियों तक पहुंची। नपा अधिकारियों ने मामले पर संज्ञान लेते हुए कालोनाइजर को नोटिस जारी कर दिया।
 कालोनाइजर ने मंगलवार को नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा, एमई संदीप राठी व अन्य कर्मचारियों की मौजूदगी में स्वयं ही कालोनी की सड़कों को जेसीबी से तुड़वा दिया।
 नगरपालिका सचिव रविप्रकाश शर्मा ने बताया कि गंदे नाले के पास  लगभग डेढ़ एकड़ जमीन में अवैध कॉलोनी काटी जा रही थी। 
जिसके संबंध में कालोनाइजर को नोटिस भी दिया था। नोटिस के आधार पर कार्यवाही करते हुए कालोनाइजर ने पीले पंजे से सभी सड़के धवस्त कर दी है। उन्होंने कहा कि शहर में अवैध कालोनी नहीं पनपने दी जाएगी। यदि कोई ऐसा कार्य करता है तो उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

रिफाइनरी आरंभ से ही कर रही है पर्यावरण संरक्षण पर काम - सिकदर

 रिफाइनरी, प्रवीण कौशिक/राजपाल प्रेमी
पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स अपने स्थापना काल से ही न केवल पेट्रोलियम उत्पादों को बनाने के लिए शोधन कार्य कर रहा है बल्कि देश के उत्तरी राज्यों को निर्बाध पेट्रोलियम पदार्थो की आपूर्ति भी कर रही है । इतना ही नही पानीपत रिफाइनरी आरंभ से ही पर्यावरण संरक्षण के लिए हर संभव कदम उठा रही है । और पानीपत रिफाइनरी पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सजग प्रहरी के तौर पर कार्य कर रही है । ये बातें रिफाइनरी कार्यकारी निदेशक जी.सी.सिकदर ने एक वार्ता के दौरान कही ।        
     उन्होंने बताया कि रिफाइनरी प्रबंधन का प्रयास हमेशा यही रहा है कि रिफाइनरी की प्रगति भी हो और पर्यावरण पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़ें । पर्यावरण संरक्षण के लिए रिफाइनरी द्वारा समय समय पर पेड़ पौधे लगाए जाते हैं । अभी तक रिफाइनरी लाखों पेड़ लगा चुकी है । पर्यावरण संरक्षण के लिए रिफाइनरी निरंतर नए प्रयास करती रहती है । रिफाइनरी द्वारा इन्ही प्रयासों में कुछ वातावरण अनुकूलित परियोजनाएं लाई गई हैं , जैसे - 2 जी इथेनॉल परियोजना ।               
 - स्वदेशी तकनीक से बचेगी विदेशी मुद्रा ।                  सिकदर ने बताया कि 2 जी इथेनॉल परियोजना पूरी होने के बाद इसमें कृषि अवशेष अर्थात धान की पराली का प्रयोग होगा । जिससे ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में भी कमी आएगी । इस परियोजना में स्वदेशी तकनीक इस्तेमाल करने से विदेशी मुद्रा की बचत होगी जो कि कच्चे तेल के आयात में खर्च होती है । यह प्रस्तावित परियोजना भारत सरकार की पहली, ईंधन में इथेनॉल के इस्तेमाल के तहत है ।        
 - किसानों की बढ़ेगी आय ।                                      उन्होंने बताया कि 2 जी प्लांट लगने के बाद किसानों को कृषि अवशेषों के निस्तारण का जरिया मिलेगा । जिससे किसानों की आय में भी वृद्धि होगी । इसके साथ ही राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के आस-पास के क्षेत्र में प्रदूषण भी कम होगा ।    - बिजली बचाने के लिए सौर उर्जा पर दिया जोर    उन्होंने बताया कि पानीपत रिफाइनरी नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी प्रयासरत रहा है । जिसके परिणामस्वरूप सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए रिफाइनरी में 2.5 मैगावाट का प्लांट लगाया गया । इसके साथ ही रॉ वाटर स्टोरेज पॉन्ड में 100 किलोवाट का तैरने वाला सोलर पैनल लगाया गया है । और एक लाख से ज्यादा पारम्परिक लाइटों को एलईडी में परिवर्तन किया गया ।  

Saturday, 6 March 2021

महिला दिवस के उपलक्ष में हुई खेलकुद प्रतियोगिता ।

    ददलाना , 6 मार्च पुरुषोत्तम : 
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी की ओर से बड़ौली गांव में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिलाओं की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में प्रथम , द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाली महिलाओं को मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य सुखजिंदर कौर द्वारा पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया ।                           
    उन्होंने महिलाओं को संबोधित करते थे कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नही हैं । उन्होंने कहा कि हमें मजबूत होकर कार्य करना चाहिए और अपनी लड़कियों की शिक्षा-दीक्षा पर पूरा जोर देना चाहिए ।                                
    प्रतियोगिता में 100 मीटर रेस , मटका रेस , आलू चम्मच रेस व रेसिपी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । प्रतियोगिता में कचरौली , बडौली , महमदपुर , ददलाना , फरीदपुर और बाबरपुर गांव की महिलाओं ने भाग लिया । जिसमें प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाली प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया ।                                
      इस अवसर पर सुपरवाइजर सुनीता चौधरी , आंगनवाडी वर्कर कांता देवी , देवकी , रोहिणी , पिंकी , कमलेश , सरला , रामकली आदि मुख्य रूप से उपस्थित रही ।                           

ऑनलाइन पेमेंट का झांसा देकर साइबर अपराधी ने बैंक खाते से उड़ाए 50 हजार, पुलिस ने किया अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज

घरौंडा : प्रवीण कौशिक
साइबर क्राइम से जुड़े शातिर लोग किस तरह से भोले-भाले लोगों को अपना निशाना बना रहे है, इसका ताजा मामला घरौंडा में देखने को मिला है, जहां एक व्यक्ति के अकाउंट में ऑनलाइन पेमेंट का झांसा देकर बैंक खाते से पचास हजार रुपए की नकदी उड़ा ली। बैंक अकाउंट से पेमेंट उड़ी देख व्यक्ति हैरान रह गया। उसने तुरंत मामले की शिकायत पुलिस को की। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।  
दरअसल, डिंगरमाजरा गांव के रहने वाले जगदीश के पास किसी अज्ञात व्यक्ति का फ़ोन आया और कहा कि उसे कुछ पेमेंट भेजनी है। अपना गूगल-पे नंबर दे दीजिए, लेकिन जगदीश के पास गूगल-पे की सुविधा नहीं थी। लिहाजा वह घरौंडा नई अनाज़ मंडी में चेतन देवी शर्मा की दुकान पर पहुंचा और अपना गूगल-पे से जुड़ा खाता नंबर व मोबाइल नंबर डालने की बात कही। चेतन देव शर्मा ने अपने बेटे कर्ण शर्मा का अकाउंट व मोबाइल नंबर उसके मोबाइल नंबर पर भेज दिया। उस अज्ञात व्यक्ति ने उसके खाते का नंबर स्कैन कर लिया और कुछ देर में कर्ण शर्मा के खाते से 25  हजार निकल गए। थोड़ी देर के बाद फिर 25 हजार की पेमेंट निकल गई। दो बार खाते से पेमेंट निकलने के बाद वे हक्के-बक्के रह गए और उन्होंने उसके मोबाइल से सम्पर्क करना चाहा, लेकिन संपर्क नही हो पाया। जिसके बाद उन्होंने अनुमान लगाया कि उनके साथ ठगी हो गई है। चेतनदेव शर्मा ने बताया कि उसके बेटे के खाते में लगभग 73 हजार रुपये थे। जिसमें से दो बार 25-25 हजार रुपये निकल गए। उन्होंने बताया कि पेमेंट कम होने के कारण और पेमेंट नही निकल सकी, अगर पेमेंट ज्यादा होती तो और भी नुकसान हो सकता था। बाद में जगदीश पुलिस स्टेशन में पहुंचा और आप बीती बताई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।

Friday, 5 March 2021

नाबालिग बाइक सवारों पर जानलेवा हमला, आधा दर्जन से ज्यादा हमलावरों ने पेट व पीठ में किया वार,

एक गंभीर दूसरा घायल, पुलिस ने किया मामला दर्जघरौंडा : प्रवीण कौशिक
रेलवे रोड पर कुछ अज्ञात हमलावरों ने बाइक पर सवार दो नाबालिगों पर तेजधार हथियारों से हमला बोल दिया।  एक नाबालिग के पेट में चाकू लगा तो दूसरे की पीठ पर हमला किया गया। जानलेवा हमले में बाइक चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। हमले के कारणों को खुलासा नहीं हो पाया है। दोनों को सीएचसी में दाखिल करवाया गया। बाइक चालक की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और आधा दर्जन हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।शहर के रविदास मंदिर के पास रहने वाला 17 वर्षीय अजय चोपड़ा पुत्र महाबीर चोपड़ा अपने दोस्त अनुज उर्फ शालू पुत्र सुभाष के साथ बाइक पर सवार होकर अपनी आंटी के घर जा रहा था। अजय की आंटी बीमारी थी और उसे दवाई दिलवाने के लिए उसे पानीपत जाना था। अजय जैसे ही अपने साथी के साथ रेलवे अंडरपास वाली सड़क से रेलवे रोड़ की तरफ चौंक पर पहुंचा तो कुछ अज्ञात नाबालिगों ने बाइक पर सवार शालू को घेर लिया और चाकू व अन्य हथियारों से हमला बोल दिया। अपने दोस्त पर हमला होता देख अजय ने बीच बचाव किया तो उसकी पीठ पर भी हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए। हमले के बाद घटनास्थल पर भारी संख्या में लोग एकत्रित हो गए। दोनों घायलों को घरौंडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया। जहां अनुज की हालत गंभीर देखते हुए उसे करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज में रेफर कर दिया। घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और छानबीन में जुट गई। घायल अजय ने बताया कि उसकी आंटी वार्ड 10 में रहती है। उसे अपनी आंटी को दवाई दिलाने के लिए पानीपत जाना था। वह अपने दोस्त अनुज उर्फ शालू के साथ बाइक पर सवार होकर अपनी आंटी के घर जा रहा था। तभी रेलवे रोड़ पर चौक के पास कुछ हमलावरों ने उन पर हमला बोल दिया। शालू के पेट में चाकू लगा है जबकि उसकी पीठ पर चाकू मारा गया। शालू की हालत गंभीर है। पुलिस को शिकायत दे दी गई है।वहीं जांच अधिकारी सुलतान सिंह ने बताया कि कुछ नाबालिग लड़कों ने बाइक पर सवार दो नाबालिगों पर तेजधार हथियार से हमला कर दिया। जिसमें दोनों नाबालिग गंभीर रूप से घायल हो गए है। एक की हालत गंभीर है। जिसे करनाल रेफर किया गया है। शिकायत के आधार पर आधा दर्जन अज्ञात हमलावरों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।



Wednesday, 3 March 2021

घरौंडा न्यूज़। 03032021 👉रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी बाइक चोरी, पुलिस ने किया मामला दर्ज. 👉घरेलू सिलेंडरों का व्यवसायिक तौर पर हो रहा इस्तेमाल, प्रशासन की निष्क्रियता का फायदा उठा रहे दुकानदार, प्रशासन की तरफ से नहीं लिया जाता कोई एक्शन.. 👉प्रदेश की तहसीलों में गोस्वामी जाति को जारी किए जा रहे ओबीसी के सर्टिफिकेट, केंद्र में ओबीसी नहीं बल्कि सामान्य श्रेणी का मिला है दर्जा

घरौंडा :प्रवीण कौशिक
रेलवे स्टेशन के बाहर खड़ी मोटरसाईकिल चोरी होने का मामला सामने आया है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर चोरी का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
बुधवार को हसनपुर निवासी अजमेर सिंह पुत्र पूर्ण सिंह घरौंडा रेलवे स्टेशन के बाहर अपनी स्पलेंडर बाइक खड़ी करके किसी काम के लिए स्टेशन के अंदर गया था। जब वह अपना काम निपटाकर बाहर आया तो बाइक वहां पर नहीं मिली। उसने बाइक को काफी ढूंढा लेकिन कोई सुराग नहीं लगा। जिसके बाद बाइक चालक ने मामले की शिकायत पुलिस को की। जांच अधिकारी सतबीर सिंह ने बताया कि बाइक चोरी होने की शिकायत मिली है। शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
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घरौंडा : प्रवीण कौशिक
घरेलू गैस सिलेंडर का धड़ल्ले से व्यावसायिक उपयोग में किया जा रहा है जो कभी भी किसी बड़े खतरे का कारण बन सकता है। इससे राजस्व की भी भारी क्षति हो रही है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। शहर में अवैध रिफिलिग का कारोबार जोरों पर है। प्रशासन, पुलिस और खाद्य आपूर्ति से लेकर जन वितरण विभाग की नाक के नीचे घरेलू गैस सिलेंडरों से छोटे गैस सिलेंडरों में गैस भरने काम जारी है।
शहर से लेकर ग्रामीण इलाके में अधिकतर होटल, मिठाई व चाय की दुकानों में घरेलू गैस सिलेंडर का सरेआम इस्तेमाल हो रहा है। इसके बावजूद लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही। दूसरी ओर नियम यह है कि इस तरह के प्रतिष्ठानों पर घरेलू गैस की जगह कमर्शियल सिलेंडरों का प्रयोग किया जा सकता है। पिछले कई सालों से घरेलू गैस सिलेंडर का व्यावसायिक कामों में धड़ल्ले से उपयोग हो रहा है। कई होटल संचालकों ने व्यावसायिक गैस के कनेक्शन ले रखे हैं। वहां उनकी खपत हर महीने 4 से 5 सिलेंडर की है। मगर वे व्यावसायिक सिलेंडर की बजाए घरेलू सिलेंडर का उपयोग कर रहे हैं। हालांकि कुछ होटल और चाय की दुकान चलाने वालों ने व्यावसायिक सिलेंडर के कनेक्शन लिए हुए हैं। मगर वे भी बड़े सिलेंडरों की बजाए घरेलू गैस सिलेंडरों का प्रयोग कर रहे हैं। यहां दुकानदार भी उपयोग के वक्त सिलेंडरों को छुपाकर रखते हैं, ताकि कोई न देख सके। ऐसे में सरकार को राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा है।मुनाफे के चक्कर मे चल रहा अवैध कारोबार-
अवैध रिफिलिग का धंधा गैस चूल्हे व स्पेयर पार्ट बेचने वाली दुकान पर होता है। ऐसे दुकानदारों को गैस एजेंसी से 14.2 किलोग्राम का एक गैस सिलेंडर प्राप्त होता है। जबकि हैंडीगैस में प्रति किग्रा. गैस भरने के लिए 100 से 150 रुपए रुपये वसूले जा रहे हैं। गैस भरवाने वाले ग्राहक को यह पता नहीं होता कि गैस कितनी भरी गई है। जबकि गैस एजेंसी में 5 किग्रा. का गैस सिलेंडर निर्धारित रुपये की धरोहर राशि देकर प्राप्त हो सकता है। इसके पीछे जागरूक करने के लिए प्रशासन या खाद्य आपूर्ति विभाग ने कोई अभियान नहीं चलाया। इससे रिफलिग वालों को हजार रुपये तक मुनाफा होता है। मौजूदा समय में गैस सिलेंडर की कीमत 840 रुपए है यदि कोई दुकानदार इसे ब्लैक में खरीददता है तो उसे 1000 से 1200 रुपए तक देने पड़ते है।
आसानी से सिलेंडर का मिलना है कारण -
खासकर छोटे दुकानदारों को अवैध रिफिलिग के जरिए आसानी से मन मुताबिक गैस मिल जाते है। इसी का नतीजा है कि दुकानों पर घरेलू गैस सिलेंडर देखे जा सकते हैं। शहर में ऐसे कई होटल हैं, जिनमें अवैध रूप से घरेलू सिलेंडरों का उपयोग किया जा रहा है। यदि किसी होटल में सिलेंडर फटता है तो बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। जिस पर खाद्य विभाग कोई ध्यान नहीं दे रहा है। लिहाजा अवैध रूप से बड़े सिलेंडर से छोटे सिलेंडर में गैस रिफिलिग की जाती है और इन लोगों के हौसले बुलंद हैं।
वर्जन-
घरेलू गैस सिलेंडर का कमर्शियल तौर पर उपयोग नहीं किया जा सकता। यह नियमों के विरूद्ध है। घरेलू गैस सिलेंडर सिर्फ घर में इस्तेमाल के लिए ही होता है। दुकानों व होटलों के लिए कमर्शियल सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है। यदि कोई घरेलू गैस सिलेंडर का इस्तेमाल कर रहा है तो विभाग की ओर से जांच करवाई जाएगी।
-निशंात राठी, जिला खाद्य एवं आपूर्ति विभाग करनाल
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ओबीसी सर्टिफिकेट बना गोस्वामी समाज के गले की फांस, गोस्वामी समाज ने की सर्टिफिकेट जारी करने की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग
घरौंडा :प्रवीण कौशिक
अन्य पिछड़ी जाति वर्ग के प्रमाण-पत्र गोस्वामी समाज के गले की फांस बन गए है। प्रदेश की तहसीलों में गोस्वामी जाति को केंद्रीय सरकार द्वारा निर्धारित ओबीसी सर्टिफिकेट तो जारी किए जा रहे है, लेकिन केंद्र में गोस्वामी जाति को ओबीसी में नहीं, बल्कि सामान्य श्रेणी में शामिल किया गया है। जिसका खामियाजा सरकारी नौकरियों में सलेक्ट होने वाले युवाओं को भुगतना पड़ रहा है। हरियाणा दसनाम गोस्वामी समाज सभा करनाल ने हरियाणा में जारी होने वाले ओबीसी सर्टिफिकेट पर रोक लगाने की मांग की है। इसको लेकर सभा के जिला प्रधान केमपाल गोस्वामी व समाज के लोगों ने उपमंडलाधिकारी डॉ. पूजा भारती को प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। जिसमें स्पष्ट किया गया है कि जब तक गोस्वामी जाति केंद्र में भी ओबीसी वर्ग में शामिल नहीं होती, तब तक गोस्वामी समाज को हरियाणा में केंद्रीय सरकार द्वारा ओबीसी का प्रमाण पत्र जारी न किया जाए।
बुधवार को अखिल भारतीय गोस्वामी समाज से संबंधित हरियाणा दसनाम गोस्वामी समाज सभा के जिला प्रधान केमपाल गोस्वामी, समाज का युवा वर्ग विकास कुमार, रामपाल, रोहित, दीपक, सुमित व अन्य घरौंडा के उपमंडल कार्यालय पहुंचें। समाज के लोगों ने एसडीएम डॉ. पूजा भारती को प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नाम ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि गोस्वामी समाज को हरियाणा राज्य में बीसी-बी व ओबीसी दोनों श्रेणियों का लाभ मिल रहा है लेकिन केंद्र सरकार की नौकरियों में गोस्वामी जाति समाज को ओबीसी में शामिल न करके सामान्य श्रेणी रखा गया है। जबकि हरियाणा की तहसीलों में केंद्रीय सरकार द्वारा निर्धारित ओबीसी के सर्टिफिकेट जारी किए जा रहे है। ऐसे में यदि कोई युवा केंद्र की नौकरी के लिए सलेक्ट होता है और अपने शैक्षणिक कागजात के साथ गोस्वामी जाति का ओबीसी सर्टिफिकेट पेश करता है तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाता है। नतीजन युवा को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ता है, जो कि युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। जिला प्रधान ने सीएम से मांग की है कि हरियाणा में बनाए जा रहे ओबीसी सर्टिफिकेट पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए और यह रोक तब तक लगी रहे, जब तक केंद्र में भी गोस्वामी जाति को ओबीसी में शामिल नहीं किया जाता। वहीं एसडीएम डॉ. पूजा भारती ने समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि उनके ज्ञापन को उपायुक्त कार्यालय में माध्यम से सीएमओ ऑफिस भिजवा दिया जाएगा।


मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...