गांव शेखपुरा खालसा में आर्य समाज द्वारा 65वें वार्षिक महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन के तीसरे दिन भजनोपदेशक द्वारा मधुर प्रवचन और वैदिक सिद्धांतों के प्रचार के कार्यक्रम का समापन हुआ। आयोजन के अंतिम दिन देश को आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारी चंद्रशेखर आजाद के पडपोते अमित आजाद ने शिरकत की।
गाँव की तरफ से आर्य समाज के संरक्षक चौधरी कुलदीप सिंह, प्रधान सुभाष आर्य , मंत्री प्रमोद फोर, कोषाध्यक्ष तरसेम सिंह, विशेष सलाहकार नरेंद्र खटकड़, वतन घनगस और अन्य सभी ने मिलकर अमित आजाद को आर्यों का क्रांतिकारी पटका गले में पहना कर स्वागत किया।
इस दौरान अमित आजाद ने कहा कि हमारा देश आर्यों का देश है और आजादी दिलवाने में आर्यों की शिक्षा से ही पंडित चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राम प्रसाद बिस्मिल क्रांतिकारियों ने फांसी के फंदे को चूम लिया था। इस दौरान पूरी चौपाल अमित आजाद के विचारों को सुनकर भारत माता की जय वंदे मातरम के जयघोष करने लगी।
अमित आजाद ने बताया कि हमारे पड़दादा पंडित चंद्रशेखर आजाद ने देश के लिए जो काम किया आज हम उसी आजादी का जशन अपने मन में लेकर आगे बढ़ रहे हैं। भजनोपदेशक अंजली आर्य ने अपने भजन विचारों द्वारा चौपाल में बैठी महिलाओं को अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान एडवोकेट जेपी शेखपुरा ने भी अपनी बात रखी। इसके अलावा राकेश फोर, उपप्रधान वेद प्रकाश, जगदेव, महिपाल, नवदीप आर्य व अन्य गांववासी मौजूद रहे।
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